Video: भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाना ट्रंप को पड़ रहा महंगा, अपने ही देश में हो रही किरकिरी
भारत पर 50% टैरिफ लगाने के बाद राष्ट्रपति ट्रंप अपने ही देश में आलोचना झेल रहे हैं। लेट नाइट टॉक शो के होस्ट स्टीफन कोलबर्ट और जिमी फॉलन ने ट्रंप के फैसले पर तंज कसते हुए कई देशों पर टैरिफ लगाने की बात कही। फॉलन ने कहा कि इस फैसले से केले आम और टॉयलेट पेपर के दाम बढ़ जाएंगे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद राष्ट्रपति ट्रंप अपने ही देश में आलोचना के शिकार हो रहे हैं। लेट नाइट टॉक शो के होस्ट स्टीफन कोलबर्ट और द टुनाइट शो के होस्ट जिमी फॉलन जैसी हस्तियों ने ट्रंप के फैसले पर तंज कसा है।
जिमी फॉलन ने ट्रंप के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि दोस्तों, राष्ट्रपति ने कनाडा, ब्राजील और भारत सहित 90 से ज्यादा देशों पर टैरिफ लगाए हैं। सिर्फ उत्तर कोरिया और एपस्टीन द्वीप ही ऐसे देश हैं जहां ट्रंप ने टैरिफ नहीं लगाया।" बता दें कि यौन उत्पीड़न की वजह से जेल की सजा काट चुके फाइनेंसर जेफरी एपस्टीन और ट्रंप की दोस्ती का मुद्दा अमेरिका में छाया हुआ है।
'अमेरिका में बढ़ जाएंगे टॉयलेट पेपर के दाम'
जिमी फॉलन ने आगे कहा कि ट्रंप ने ब्राजील पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया है। इस फैसले से केले, आम और अनानास की कीमतों में बढ़ोतरी हो जाएगी। टॉयलेट पेपर भी महंगा हो जाएगा। आपको पता है कि यह कितना बुरा होता है जब लोग बाथरूम से बाहर आकर कहते हैं, 'अरे, वह लंबी दुकान की रसीद कहां है?'
अमेरिका में मांस खाने वालों के लिए बुरी खबर
लेट नाइट टॉक शो के होस्ट स्टीफन कोलबर्ट ने कहा कि भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाए जाने की वजह से रुई की पट्टी, बैंडेज जैसे चीजें के दाम बढ़ जाएंगे। वहीं, अमेरिका ने ब्राजील पर भी 50 फीसदी टैरिफ लगाया है।
अमेरिका में बीफ खाने वाले लोगों के लिए ये एक बुरी खबर है क्योंकि इस साल के 6 महीने में ब्राजील से 1 लाख 80 हजार टन से ज्यादा बीफ (मांस) अमेरिका में इंपोर्ट (आयात) किए गए हैं। वहीं, राष्ट्रपति ट्रंप ने स्वीटजरलैंड पर भी 39 फीसदी टैरिफ लगाने का एलान किया है, जिसकी वजह से रोलेक्स जैसी घड़ियों के दाम बढ़ जाएंगे।
ट्रंप ने भारत पर क्यों लगाया 50 फीसदी टैरिफ
बता दें कि ट्रंप का कहना है कि रूस से तेल खरीदकर भारत यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उसकी मदद कर रहा है। इसके अलावा ट्रंप प्रशासन की इच्छा है कि भारत के डेयरी इंडस्ट्री में अमेरिका मनमाने तरीके से अपना उत्पाद बेच सके।
भारत के डेयरी इंडस्ट्री में अमेरिका की पहुंच से देश के किसानों को बड़ा नुकसान हो सकता है। मोदी सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि वो राष्ट्रहित और किसानों की भलाई से कभी समझौता नहीं कर सकती। वहीं, रूस से तेल खरीदना भारत के लिए फायदेमंद है। भारत ने कभी भी रूस की राजनीतिक गतिविधियें में दखल नहीं दिया।
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