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    'रूस-यूक्रेन अब शांति के बहुत करीब', जेलेंस्की से मुलाकात के बाद ट्रंप का बड़ा बयान

    Updated: Mon, 29 Dec 2025 08:52 PM (IST)

    ट्रंप और जेलेंस्की ने फ्लोरिडा में मुलाकात के बाद कहा कि यूक्रेन-रूस शांति समझौते के करीब हैं। डोनबास से सैनिकों की वापसी, सुरक्षा गारंटी और ज़पोरिज़ि ...और पढ़ें

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    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप। (फाइल)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस अभूतपूर्व ढंग से शांति के करीब आ चुके हैं। इसी प्रकार से अमेरिका और यूक्रेन भी वार्ता के जरिये शांति समझौते के नजदीक हैं लेकिन युद्ध खत्म होने की राह पर अभी कुछ कठिनाइयां बाकी हैं। इनमें डोनबास (लुहांस्क और डोनेस्क प्रातों) से यूक्रेनी सैनिकों की वापसी, सुरक्षा गारंटी और जपोरीजिया परमाणु संयंत्र के मसले प्रमुख हैं।

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    यह बात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा में यूक्रेनी समकक्ष वोलोदिमीर जेलेंस्की से वार्ता के बाद कही है। दोनों नेताओं ने वार्ता को शानदार बताया है।

    मार-अ-लागो रिजार्ट में वार्ता के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दोनों नेताओं ने कहा कि वे अब शांति के और ज्यादा करीब पहुंच गए हैं। दोनों ने माना कि डोनबास और सुरक्षा गारंटी ऐसे मसले हैं जिन पर अभी सहमति बननी बाकी है। 20 बिंदुओं वाली अमेरिकी शांति योजना के बाकी मसलों पर सहमति बन चुकी है।

    ट्रंप ने कहा, शांति के लिए 95 प्रतिशत रास्ता तय किया जा चुका है जबकि जेलेंस्की ने इसे 90 प्रतिशत बताया। यद्यपि ट्रंप और जेलेंस्की ने शांति समझौते के लिए कोई समयसीमा नहीं बताई है लेकिन उसके लिए प्रयास जारी रहेंगे। ट्रंप ने स्पष्ट कहा कि जितने हफ्ते वार्ता चलेगी, उतने हफ्ते दोनों पक्षों में लड़ाई भी चलती रहेगी।

    ट्रंप ने अमेरिका की मध्यस्थता में होने वाले समझौते में यूरोपीय देशों की भी बड़ी भूमिका बताई। ट्रंप और जेलेंस्की ने कहा, डोनबास का भविष्य अभी तय नहीं हुआ है लेकिन वार्ता सही दिशा में आगे बढ़ रही है। ट्रंप ने कहा, डोनबास का मसला बहुत जटिल है लेकिन हम समझौते के करीब हैं। जेलेंस्की ने कहा, शांति तक पहुंचने के लिए यह प्रमुख मसला है जिसे सुलझाना ही होगा। इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक्स पर पोस्ट बयान में कहा, यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी के मसले में प्रगति हुई है।

    जनवरी में पेरिस में होने वाली यूरोपीय नेताओं की बैठक में इस मसले में सहयोग पर विस्तार से वार्ता होगी। जेलेंस्की ने कहा है कि कोई भी शांति समझौता यूक्रेनी संसद की स्वीकृति या जनमत संग्रह के बगैर स्वीकार नहीं होगा। ट्रंप ने कहा, यूक्रेनी संसद को सहमत करने के लिए वह उसके समक्ष प्रस्ताव रखने के लिए तैयार हैं। इस बीच रूस ने फिर कहा है कि यूक्रेन में अन्य देश के सैनिकों की तैनाती उसे स्वीकार नहीं है।

    यूक्रेन को सफल होते देखना चाहते हैं पुतिन : ट्रंप

    राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि रविवार को उनकी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से दो घंटे से ज्यादा समय फोन पर बात हुई। पुतिन यूक्रेन के पुनर्निर्माण में मदद के लिए तैयार हैं। वह इसके लिए यूक्रेन को सस्ती दर पर पेट्रोलियम पदार्थों और गैस की आपूर्ति करने के लिए तैयार हैं। पुतिन यूक्रेन को सफल होते हुए देखना चाहते हैं।

    ट्रंप ने कहा, पुतिन की इन बातों ने उन्हें अचरज में डाला है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब ट्रंप पुतिन को लेकर ये बातें कह रहे थे तब उनके बगल में खड़े जेलेंस्की उनकी ओर देखते हुए मुस्करा रहे थे। ट्रंप ने कहा, वह जेलेंस्की के साथ बैठक के बाद फिर से पुतिन को फोन करेंगे और वार्ता के परिणाम के बारे में बताएंगे।

    (समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)