एक दिन में 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त, धरती से 460 KM ऊपर हो रहा 'चमत्कार', सुनीता विलियम्स ने किया खुलासा
Sunita Williams In ISS स्पेस स्टेशन पर मौजूद सुनीता विलियम्स लगातार धरती पर लोगों से बातचीत करतीं हैं और अपने अनुभव दुनिया से शेयर करतीं हैं। इसी बीच सुनिता विलियम्स द्वारा साल 2013 कही एक बात सोशल मीडिया पर काफी शेयर हो रही है। साल 2013 में सुनीता विलियम्स ने ISS को लेकर एक दिलचस्प बात दुनिया से शेयर की थी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्पेस स्टेशन (Space Station) पर छह महने से ज्यादा समय से फंसे NASA के दो अंतरिक्ष यात्री, सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और बुच विल्मोर की धरती पर वापसी का इंतजार है।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर गत पांच जून को बोइंग के अंतरिक्ष यान स्टारलाइनर से स्पेस स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन नासा ने बाद में स्टारलाइनर को मानव यात्रा के लिए अनुपयुक्त घोषित कर दिया था। उम्मीद है कि अगले साल मार्च या अप्रैल में दोनों यात्रियों की धरती पर वापसी हो सकती है।
स्पेस स्टेशन पर मौजूद सुनीता विलियम्स लगातार धरती पर लोगों से बातचीत करतीं हैं और अपने अनुभव दुनिया से शेयर करतीं हैं। इसी बीच सुनिता विलियम्स द्वारा साल 2013 कही एक बात सोशल मीडिया पर काफी शेयर हो रही है।
एक दिन में 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त देख रहीं हैं सुनीता विलियम्स
साल 2013 में गुजरात विश्वविद्यालय में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में सम्मानित होने के दौरान सुनीता विलियम्स ने स्पेस स्टेशन के अवास्तविक अनुभव के बारे में अपने विचार शेयर किए थे। उन्होंने कहा था कहा, "चूंकि मैं अंतरिक्ष में जाना चाहती थी और इसके लिए कड़ी मेहनत की थी, इसलिए मैं भाग्यशाली थी कि मुझे एक तेज गति वाले अंतरिक्ष यान में एक दिन में 16 सूर्योदय और 16 सूर्यास्त देखने को मिले।
हर 90 मिनट पर धरती का एक ऑरबिट पूरा करता है स्पेस स्टेशन
बता दें कि स्पेस स्टेशन करीब 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की परिक्रमा करता है। हर 90 मिनट पर एक ऑरबिट पूरा करता है। स्पेस स्टेशन पर मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों को 45 मिनट के अंतराल पर सूर्योदय और सूर्यास्त देखने का मौका मिलता है।
हालांकि, स्पेस स्टेशन पर अंतरिक्ष यात्रियों की लाइफस्टाइल और डे रूटीन तय रहती है। वो आधारित शेड्यूल का पालन करते हुए भोजन, सोना, व्यायाम आदि शामिल है।
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