Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Signal Gate: एक गलती और लीक हो गई हूती हमले की सीक्रेट चैट, कैसे दुनिया के सामने आया ट्रंप का War प्लान?

    Signal Gate अमेरिका में इस समय एक ग्रुप चैट लीक पर बवाल मचा हुआ है। दरअसल  यमन के हूती विद्रोहियों पर हमले को लेकर ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी हूती पर हमले की प्लानिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सिग्नल के जरिए कर रहे थे। आइए पढ़ते हैं कि कैसे ये चैट लीक हो गई और किसने इस ग्रुप की जानकारी दुनिया से साझा की।

    By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Thu, 27 Mar 2025 12:19 PM (IST)
    Hero Image
    Signal Gate leaked: अमेरिकी प्रशासन द्वारा हूती विद्रोहियों के खिलाफ हो रही प्लानिंग लीक हुई।(फोटो सोर्स: रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका की ओर से हूती विद्रोहियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। 15 मार्च लाल सागर में अमेरिका की ओर से हूती विद्रोहियों पर जबरदस्त हमला किया गया था।

    ट्रंप प्रशासन ने पूरी प्लानिंग के जरिए इस हमले को अंजाम दिया। हालांकि, उनकी प्लानिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Signal पर चल रही थी। ट्रंप कैबिनेट कई वरिष्ठ नेता इसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए पल-पल की जानकारी शेयर कर रहे थे। ट्रंप कैबिनेट के 18 कद्दावर मंत्रियों ने मिलकर एक ग्रुप बनाया था, जिस पर सभी बातचीत कर रहे थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हालांकि, ट्रंप कैबिनेट से एक चूक हो गई। दरअसल, बातचीत की योजना लीक हो गई। नेताओं की बीच बातचीत की स्क्रीनशॉट दुनिया के सामने आ चुकी है। ग्रुप में नेता एक दूसरे के हूती के खिलाफ हमले को लेकर क्या-क्या बातचीत कर रहे थे, उसकी काफी जानकारी लीक चैट से मिली है।

    Houthi PC Small Group नाम से बनाया गया चैट ग्रुप

    मैसेंजिग  ऐप सिग्नल पर ट्रंप कैबिनेट के नेताओं ने Houthi PC Small Group नामक एक ग्रुप बनाया था।  इस ग्रुप में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से लेकर रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ, विदेश मंत्री मार्को रुबियो, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) माइक वॉल्ट्ज, एफबीआई चीफ काश पटेल और नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड सरीखे कई हाई प्रोफाइल मंत्री हैं, लेकिन एनएसए वॉल्ट्ज ने गलती से अमेरिकी मैगजीन The Atlantic के एडिटर इन चीफ जेफरी गोल्डबर्ग को इस ग्रुप में शामिल कर लिया।

    पत्रकार ने चैट की जानकारी दुनिया से शेयर की

    जेफ्री गोल्डबर्ग ने कहा शुरुआत में मैं समझ नहीं पाया कि माइकल वॉल्ट्ज नामक शख्स ट्रंप कैबिनेट में एनएसए वॉल्ट्ज हैं। हालांकि, बाद में मुझे एहसास हो गया कि मुझे ट्रंप की कैबिनेट के साथी के साथ इस ग्रुप में जोड़ा गया है।

    (जेफरी गोल्डबर्ग की फाइल फोटो) 

    गोल्डबर्ग ने कहा कि जब मैं जब इस ग्रुप में शामिल हुआ तो मुझे मैसेज मिला कि मेरे साथ हूती विद्रोहियों पर हमला करने के लिए इस ग्रुप के जरिए कॉर्डिनेशन किया जाएगा।

    ग्रुप में क्या बातचीत हो रही थी?

    ग्रुप में ये जानकारी दी गई कि कौन से अमुख नेता का कौन सी जिम्मेदारी संभालेंगे। इस ग्रुप में NSA माइक वॉल्ट्ज एक अहम भूमिका निभा रहे थे। माइक वॉल्ट्ज ने कहा कि हूतियों के खिलाफ ऑपरेशन को लेकर एक प्रिंसिपल ग्रुप बना रहे हैं। सभी लोग इस ग्रुप में कॉर्डिनेशन के लिए सुझाव दें। अगले 72 घंटों में पहला हमला होगा। मेरे डिप्टी एलेक्स वॉन्ग इस लेकर एक टीम तैयार कर रहे हैं। कृपया अपनी-अपनी टीम से कॉर्डिनेशन के लिए एक प्रतिनिधि चुनें।

    इसके बाद जेडी वेंस ने कहा, "टीम, मैं एक बिजनेस मीटिंग के सिलसिले में मिशिगन जा रहा हूं, लेकिन मुझे लगता है कि हम गलती कर रहे हैं> अमेरिका का 3 फीसदी कारोबार सुएज नहर के जरिए होता है जबकि यूरोप इस रास्ते से 40 फीसदी कारोबार करता है यही असली जोखिम है कि जनता इस जोखिम को नहीं समझती।

    वहीं, जेडी वेंस ने ये भी कहा कि अगर आप सोचते हैं कि हमें ये करना चाहिए तो आगे बढ़ते हैं। यूरोप को फिर से मदद करने से मुझे बस नफरत है।

    इसके बाद पीट हेगसेथ ने बताया," F-18, जिसने पहला स्ट्राइक पैकेज बनाया है। वह दोपहर 12.14 बजे लॉन्च होगा और मैसेज भेजे जाने के दो घंटे से अधिक समय बाद हूतियों के ठिकानों पर हमला करेगा।

    वहीं, जब हूती पर हमला किया गया तो, कई नेताओं ने सैनिकों को बधाई भी दी।

    पीट हेगसेथ ने गोल्डबर्ग को बताया धोखेबाज पत्रकार?

    गौरतलब है कि जब चैट लीक हुई और ट्रंप प्रशासन की आलोचना हुई तो अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने गोल्डबर्ग  को धोखेबाज पत्रकार करार दे दिया ।  पीट हेगसेथ ने कहा कि कोई भी वार प्लान साझा नहीं किया गया है। गोल्डबर्ग एक धोखेबाज और अत्यधिक बदनाम व तथाकथित पत्रकार हैं। उन्होंने बार-बार झूठ फैलाने का पेशा बना लिया है।

    वहीं, इस मामले से राष्ट्रपति ट्रंप खुद को दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि तुलसी गबार्ड ने भी माना कि गलती से पत्रकार जेफरी गोल्बर्ड को चैट ग्रुप में जोड़ दिया गया।

    यह भी पढ़ें: 'मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूं', वार प्लान लीक करने पर बोले अमेरिका के NSA; ट्रंप ने कहा- ये मामूली गलती