Flu Vaccine: क्या फ्लू का टीका लेने से कम होता है स्ट्रोक का खतरा? स्टडी में सामने आई ये बात
अध्ययन में पता चला कि इस्केमिक स्ट्रोक मुख्य रूप से मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह में रुकावट होने की वजह से होता है। यह सबसे अधिक होने वाला स्ट्रोक है। अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने स्पेन में 40 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों को चिह्नित किया।

मिनियापोलिस, एएनआई। Flu Vaccine: न्यूरोलॉजी से संबंधित ऑनलाइन प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी की मेडिकल जर्नल ने बताया है कि हर साल फ्लू का टीका लेने से स्ट्रोक का खतरा कम होता है। इस विषय पर शोध कर रहे फ्रांसिस्को जे. डी अबाजो के अध्ययनों से यह बात साबित हुई है कि फ्लू होने से स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है लेकिन हालिया शोध से यह भी पता चला है कि फ्लू का टीका लेने से स्ट्रोक से बचाव में भी सहायता मिलती है।
इस संबंध में अवलोकन अध्ययन से पता चला है कि जिन लोगों को प्रत्येक वर्ष फ्लू का टीका मिलता रहा है उनमें स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। हालांकि इसके पीछे के कारणों के बारे में अभी पता नहीं है। ऐसा टीके के ही सुरक्षात्मक प्रभाव या अन्य कारकों की वजह से हो सकता है।
इस्केमिक स्ट्रोक पर अध्ययन
इस्केमिक स्ट्रोक के अध्ययन में पता चला कि यह स्ट्रोक मुख्य रूप से मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह में रुकावट होने से होता है। यह सबसे अधिक होने वाला स्ट्रोक है। अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने स्पेन में 40 वर्ष या इससे अधिक उम्र के ऐसे लोग चिह्नित किया जिन्हें पिछले 14 वर्ष के दौरान पहला स्ट्रोक आया हो। शोध में शामिल लोगों की, उनकी उम्र और लिंग के अन्य लोगों से तुलना करने पर शोधार्थियों ने पाया कि जिन लोगों ने फ्लू का टीका लगवाया था, उनमें बिना टीके वाले लोगों की तुलना में स्ट्रोक होने की संभावना 12 फीसदी कम थी।
क्या फ्लू का टीका लगवाने के लिए प्रेरित होंगे लोग ?
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि निमोनिया के टीके का स्ट्रोक के जोखिम पर कोई प्रभाव नहीं था और इससे स्ट्रोक के प्रति कोई सुरक्षा नहीं मिली। इस बारे में अबाजो का कहना है कि इन परिणामों से लोग प्रतिवर्ष फ्लू का टीका लगवाने के लिए प्रेरित होंगे। विशेषकर स्ट्रोक की आशंका वाले लोगों के लिए इसका दोहरा लाभ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।