अमेरिका में 'नो किंग्स' विरोध प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से एक शख्स की मौत, पिस्तौल निकालकर भीड़ की तरफ दौड़ा था आरोपी
अमेरिका के सॉल्ट लेक सिटी में नो किंग्स रैली के दौरान एक दुखद घटना घटी। रैली में शामिल शांति रक्षक दल के एक सदस्य ने प्रदर्शनकारियों के सामने राइफल लहरा रहे एक व्यक्ति पर गोली चला दी जिससे 39 वर्षीय आर्थर फोलासा आह लू की मौत हो गई। पुलिस ने 24 वर्षीय आर्टुरो गंबाओ को हत्या के आरोप में हिरासत में ले लिया है। घटना की जांच जारी है।

एपी, सॉल्ट लेक सिटी। अमेरिका में ट्रंप की नीतियों के विरोध में शनिवार को देशभर में नो किंग्स रैली निकाली गई। इस दौरान उटाह के सॉल्ट लेक सिटी में नो किंग्स रैली में शामिल शांति रक्षक टीम के एक सदस्य ने प्रदर्शनकारियों के सामने राइफल लहरा रहे शख्स पर फायरिंग कर दी।
शख्स ने अस्पताल में तोड़ा दम
यह फायरिंग 24 वर्षीय आर्टुरो गंबाओ पर की गई थी। हालांकि उसके पास खड़ा एक शख्स 39 वर्षीय आर्थर फोलासा आह लू गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया।
सॉल्ट लेक सिटी के पुलिस प्रमुख ब्रायन रेड ने कहा कि आर्टुरो गंबाओ को हत्या के आरोप में हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में शामिल शांति सैनिकों ने कथित तौर पर गंबाओ को सॉल्ट लेक सिटी के डाउनटाउन में प्रदर्शनकारियों की भीड़ से अलग होकर दीवार के पीछे जाते और राइफल निकालते देखा था।
जांच में जुटे अधिकारी
इसे देखकर उसने पिस्तौल निकाल ली और फायर कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गंबोआ ने राइफल को फायरिंग की स्थिति में उठाया था और भीड़ की ओर दौड़ा था, जिसके बाद उसपर फायरिंग की गई।
गंबाओ का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि गंबोआ ने राइफल क्यों निकाली या शांति सैनिकों से क्यों भागा। लेकिन उसने उस दौरान खतरनाक स्थिति पैदा कर दिया था जिसकी वजह से आह लू की मौत हो गई।
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