US News: एपस्टीन की फाइलों में ट्रंप का नाम होने की खबर फर्जी, व्हाइट हाउस ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की आलोचना की
अमेरिका के राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस ने वाल स्ट्रीट जर्नल अखबार की उस खबर को फर्जी करार दिया है जिसमें यह दावा किया गया है कि बाल यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन की फाइलों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम है। इसके साथ ही व्हाइट हाउस ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट की आलोचना की और इसे फेक न्यूज करार दिया।

वाशिंगटन, रॉयटर। अमेरिका के राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस ने वाल स्ट्रीट जर्नल अखबार की उस खबर को फर्जी करार दिया है, जिसमें यह दावा किया गया है कि बाल यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन की फाइलों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी खबर में किया है यह दावा
अखबार ने प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से बुधवार को दावा किया कि अटार्नी जनरल पाम बोंडी ने ट्रंप को मई में बताया था कि उनका नाम एपस्टीन को लेकर न्याय विभाग की फाइलों में आया है। इस बीच, दक्षिण फ्लोरिडा के एक संघीय जज ने एपस्टीन से संबंधित जूरी की गवाही के दस्तावेज सार्वजनिक करने की न्याय विभाग की मांग खारिज कर दी।
अमेरिकी राष्ट्रपति के समर्थक भी नाराज
व्हाइट हाउस ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट की आलोचना की और इसे फेक न्यूज करार दिया। न्याय विभाग ने जुलाई की शुरुआत में इस निष्कर्ष पर पहुंचा था कि एपस्टीन की जांच को जारी रखने का कोई आधार नहीं है। इसके बाद से ही एपस्टीन के यौन शोषण के मामलों को लेकर ट्रंप प्रशासन के रवैये से खुद अमेरिकी राष्ट्रपति के समर्थक भी नाराज हैं।
एपस्टीन से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक करने की मांग खारिज
इधर, बोंडी ने बुधवार को एक बयान में कहा, ''फाइलों में ऐसा कुछ नहीं है, जिससे आगे की जांच का कोई औचित्य नहीं है। हमने अदालत से एपस्टीन मामले में जूरी की गवाही सार्वजनिक करने की अनुमति मांगी है।''
हालांकि इस बयान के कुछ समय बाद ही एक संघीय जज ने एपस्टीन से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक करने की मांग को खारिज कर दिया। इस बीच, अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष माइक जॉनसन ने कहा कि एपस्टीन मामला कोई धोखा नहीं है।
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