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पाकिस्‍तान पर फिर गरजा अमेरिका, कहा- सालों से खेल रहा है यह 'डबल गेम'

अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की आर्थिक सैन्य मदद पर रोक लगा दी है, जिससे खलबली मच गई है।

By Pratibha KumariEdited By: Published: Wed, 03 Jan 2018 08:51 AM (IST)Updated: Wed, 03 Jan 2018 01:17 PM (IST)
पाकिस्‍तान पर फिर गरजा अमेरिका, कहा- सालों से खेल रहा है यह 'डबल गेम'
पाकिस्‍तान पर फिर गरजा अमेरिका, कहा- सालों से खेल रहा है यह 'डबल गेम'

वाशिंगटन, एजेंसी। पाकिस्‍तान पर अमेरिका की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर चर्चा का विषय बनी हुई है। आतंकवाद के मुद्दे पर कई अंतरराष्‍ट्रीय मंचों से पाकिस्‍तान को खरी-खरी सुनाने के बाद आखिरकार ट्रंप प्रशासन हरकत में आ ही गई और सालों से दी जाने वाली आर्थिक मदद पर रोक लगा दी।

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255 मिलियन डॉलर की मदद पर लगाई रोक

व्‍हाइट हाउस ने पाकिस्‍तान को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की आर्थिक सैन्य मदद पर रोक लगाने की पुष्टि की है। राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप द्वारा ट्वीट कर इस संबंध में चेतावनी दिए जाने के बाद इस पर तुरंत कार्रवाई भी हो गई और ट्रंप प्रशासन के इस फैसले को लेकर पाकिस्‍तान में खलबली मच गई।

समर्थन में सामने आया निक्‍की हेली का बयान

संयुक्‍त राष्‍ट्र की अमेरिकी राजदूत निक्‍की हेली ने भी इस फैसले को सही ठहराते हुए पाकिस्‍तान पर सालों से 'डबल गेम' खेलने का आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा कि आर्थिक मदद पर रोक लगाने के लिए कारण बिल्‍कुल स्‍पष्‍ट है। पाकिस्‍तान सालों से अमेरिका के साथ डबल गेम खेलता आ रहा है। ट्रंप प्रशासन इसे स्‍वीकार नहीं करने वाला है। हेली ने न्‍यूयॉर्क स्थित यूएन हेडक्‍वाटर्स के बाहर आयोजित प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में मीडिया को संबोधित करते हुए यह बात कही।

पाक का डबल गेम अमेरिका को नहीं स्‍वीकार्य

हेली ने स्‍पष्‍ट रूप से कहा कि वे (पाकिस्‍तानी) हमारे साथ काम करते हैं और आतंकवादियों को पनाह भी देते हैं जिन्‍होंने अफगानिस्‍तान में हमारे सैनिकों पर हमला किया। ट्रंप प्रशासन के लिए यह नीति बिल्‍कुल भी स्‍वीकार्य नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वह पाकिस्‍तान बहुत अधिक सहयोग की उम्‍मीद करता है।

ट्रंप प्रशासन कर सकता है और कड़ी कार्रवाई

हेली ने पाकिस्‍तान पर और कड़ी कार्रवाई किए जाने का भी संकेत दिया। उन्‍होंने कहा कि अगर पाकिस्‍तान लगातार आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा तो ट्रंप सभी वित्‍तीय मदद पर रोक लगाने को इच्‍छुक हैं। हेली ने यह भी स्‍पष्‍ट किया कि यह कार्रवाई सिर्फ पाकिस्‍तान द्वारा आतंकियों को पनाह दिए जाने को लेकर हुई है।

पाकिस्‍तान से अमेरिका को थी ये उम्‍मीद

व्‍हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स का बयान भी सामने आया है। उन्‍होंने कहा, हम जानते हैं कि आतंकवाद से लड़ने के लिए पाकिस्‍तान और अधिक कर सकता है और हम चाहते हैं कि वह आगे आए और करे।

झूठा-कपटी कह पाक को फटकारा था ट्रंप ने

नए साल के पहले ही दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को झूठा और कपटी करार दिया था। ट्रंप ने एक ट्वीट कर लिखा, 'पाकिस्तान को 15 साल में 33 अरब डॉलर (दो लाख दस हजार करोड़ रुपए) की भारी-भरकम सहायता दी गई। बदले में उसने हमें कुछ नहीं दिया। केवल झूठ बोला और धोखा दिया। उसने हमारे नेताओं को बेवकूफ बनाया।'

ट्रंप के ट्वीट से पाक में मच गई खलबली

ट्रंप के ट्वीट से पाकिस्तान इस कदर नाराज हुआ कि उसने अमेरिकी राजदूत को विदेश मंत्रालय में तलब किया और अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्वीट पर विरोध दर्ज कराया। ट्रंप के ट्वीट के बाद ही व्‍हाइट हाउस ने औपचारिक रूप से घोषणा कर दी कि पाकिस्‍तान को दी जाने वाली सैन्‍य आर्थिक मदद पर रोक लगा दी गई है।

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