UN: जयशंकर ने रूसी तेल को लेकर अमेरिका पर साधा निशाना, आतंकवाद पर दिया कड़ा संदेश
जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों को संबोधित करते हुए जयशंकर ने रूसी ऊर्जा खरीद पर दोहरे मानदंडों की आलोचना की और कहा आपूर्ति और रसद को खतरे में डालने के अलावा पहुंच और लागत भी राष्ट्रों पर दबाव का कारण बन गए हैं। उन्होंने आतंकवाद को विकास और शांति के लिए खतरा बताते हुए कहा कि जो भी किसी भी मोर्चे पर उनके खिलाफ कार्रवाई करता है।

आईएएनएस, न्यूयॉर्क। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को वैश्विक संघर्षों और आतंकवाद पर स्पष्ट संदेश दिया और रूसी तेल पर अमेरिका के रुख को लेकर परोक्ष रूप से निशाना साधा।
जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों को संबोधित करते हुए जयशंकर ने रूसी ऊर्जा खरीद पर दोहरे मानदंडों की आलोचना की और कहा, ''आपूर्ति और रसद को खतरे में डालने के अलावा, पहुंच और लागत भी राष्ट्रों पर दबाव का कारण बन गए हैं।''
उन्होंने आतंकवाद को विकास और शांति के लिए खतरा बताते हुए कहा, ''जो भी किसी भी मोर्चे पर उनके खिलाफ कार्रवाई करता है, वह वास्तव में समग्र रूप से अंतरराष्ट्रीय समुदाय की बड़ी सेवा करता है।''
उन्होंने कहा, ''विकास के लिए एक सतत खतरा शांति में बाधा डालने वाला, आतंकवाद है। यह जरूरी है कि दुनिया आतंकवादी गतिविधियों के प्रति न तो सहिष्णुता दिखाए और न ही उन्हें सहयोग दे।''
जयशंकर जापान, जर्मनी और ब्राजील के समकक्षों के साथ एक बैठक में भी शामिल हुए। इस दौरान जी-4 देशों के मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र, विशेष रूप से सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार की मांग दोहराई।
जयशंकर ने कहा कि आज न्यूयार्क में अपने सहयोगियों ताकेशी इवाया, जोहान वेडफुल और मौरो विएरा के साथ बैठक में शामिल होकर प्रसन्नता हुई। इसने अंतर-सरकारी वार्ता प्रक्रिया की वर्तमान स्थिति का भी आकलन किया।
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