स्पाईवेयर मामले में इजरायली कंपनी को नहीं मिली राहत, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने मुकदमा चलाने के लिए दी हरी झंडी
अमेरिका में सुप्रीम कोर्ट ने मेटा प्लेटफार्म्स इंक के मैसेजिंग एप वाट्सएप को पेगासस स्पाई साफ्टवेयर बनाने वाली इजरायली कंपनी एनएसओ के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। मैसेजिंग एप का आरोप है कि उसके एप में स्पाई साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर 1400 लोगों की जानकारियां जुटाई गईं।
वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका में सुप्रीम कोर्ट ने मेटा प्लेटफार्म्स इंक के मैसेजिंग एप वाट्सएप को पेगासस स्पाई साफ्टवेयर बनाने वाली इजरायली कंपनी एनएसओ के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। मैसेजिंग एप का आरोप है कि उसके एप में स्पाई साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर 1,400 लोगों की अवैध तरीके से जानकारियां जुटाई गईं। जिन लोगों को सर्विलांस पर लिया गया उनमें कई पत्रकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता और विरोधी दलों के नेता थे।
विभिन्न सरकारों ने जुटाईं लोगों की जानकारियां
सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने निचली अदालत के फैसले को रद करने की एनएसओ की अपील को ठुकरा दिया है। निचली अदालत ने वाट्सएप की दायर याचिका पर सुनवाई करने का फैसला किया था। शीर्ष न्यायालय में एनएसओ ने कहा कि उस पर मुकदमा चलाने का कोई आधार नहीं है क्योंकि उसने एक एजेंट के रूप में कार्य किया। उसने अपना साफ्टवेयर विभिन्न देशों की सरकारों को बेचा जिन्होंने उसका अपने हितों के मुताबिक मनचाही जगह इस्तेमाल किया। सरकारों ने अपनी इच्छानुसार लोगों की जानकारियां जुटाईं। जिन लोगों की जानकारी जुटाई गई उनमें तमाम समाज विरोधी तत्व, अपराधी और आतंकी भी थे।
मेटा ने किया सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत
सुनवाई में बाइडन प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट की पीठ से एनएसओ की अपील को रद करने का अनुरोध किया। कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कभी भी किसी विदेशी कंपनी के लिए कानूनी प्रक्रिया में छूट का प्रविधान नहीं किया है। इसलिए एनएसओ को भी छूट नहीं मिलनी चाहिए। वाट्सएप और फेसबुक का संचालन करने वाली कंपनी मेटा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। मेटा ने बयान जारी कर कहा है कि एनएसओ की अपील आधारहीन थी और उसको खारिज किया जाना जरूरी था। एनएसओ का जासूसी का कार्य अमेरिकी कानून के प्रविधानों के खिलाफ था और इस अवैध कार्य के लिए कंपनी को दंड मिलना चाहिए।
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