'यह सिर्फ एक भाषा नहीं बल्कि...', हिंदी दिवस समारोह में क्या बोले सांसद पीपी चौधरी?
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भारत के स्थायी मिशन ने हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया। सांसद पीपी चौधरी ने हिंदी को भारत की भावना और एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि 60 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाने वाली हिंदी वैश्विक स्तर पर समुदायों को जोड़ती है। अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में भी हिंदी पढ़ाई जाती है।

भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के नेता पीपी चौधरी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र स्थित भारत के स्थायी मिशन ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में वार्षिक हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के नेता पीपी चौधरी ने कहा कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं है। यह भारत की भावना, पहचान और एकता का प्रतीक है। यह वह सूत्र है जो पूरे देश को उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक जोड़ता है। इसका प्रयोग अब दुनिया भर में लगातार बढ़ रहा है।
चौधरी के नेतृत्व में संसदीय प्रतिनिधिमंडल आठ से 14 अक्टूबर तक न्यूयार्क की आधिकारिक यात्रा पर है। उन्होंने कहा कि 60 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाने वाली हिंदी वैश्विक स्तर पर समुदायों को जोड़ती रही है। चौधरी ने जोर देकर कहा है कि हिंदी अब वैश्विक संचार की भाषा है। आज के डिजिटल युग में भी हिंदी का वैश्विक प्रभाव बना हुआ है।
कार्यक्रम में किन लोगों ने लिया हिस्सा?
इस कार्यक्रम में भारत के संसद सदस्यों के साथ-साथ दुनिया भर से स्थायी प्रतिनिधियों, उप-स्थायी प्रतिनिधियों, राजनयिकों और संयुक्त राष्ट्र अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया।
'बड़ी संख्या में रहते हैं हिंदी भाषी लोग'
उन्होंने कहा, ''अमेरिका में भी बड़ी संख्या में हिंदी भाषी लोग रहते हैं और हार्वर्ड, कोलंबिया, कार्नेल, शिकागो और टेक्सास जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है।''
भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी. हरीश ने कहा, ''हालांकि भारत में 22 संवैधानिक रूप से मान्यता प्राप्त भाषाएं और हजारों बोलियां हैं, लेकिन हमारे भाषाई रूप से विविध देश में हिंदी का विशेष स्थान है।'
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