शटडाउन का असर... ट्रंप ने डेमोक्रेट शासित राज्यों की फंडिंग रोकी; सरकारी नौकरियों में कटौती की दी चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शिकागो को दी जानेवाली 2.1 अरब डालर की फंडिंग पर रोक लगा दी है। साथ ही ट्रंप ने सरकारी शटडाउन लंबा खिंचने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी पर आरोप लगाते हुए अन्य राज्यों की फंडिंग भी रोकने की धमकी दी है। शुक्रवार को शटडाउन के तीसरे दिन उन्होंने सरकारी नौकरियों में कटौती की भी चेतावनी दी है।

रॉयटर, वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शिकागो को दी जानेवाली 2.1 अरब डॉलर की फंडिंग पर रोक लगा दी है। साथ ही ट्रंप ने सरकारी शटडाउन लंबा खिंचने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी पर आरोप लगाते हुए अन्य राज्यों की फंडिंग भी रोकने की धमकी दी है।
ट्रंप ने दी धमकी
शुक्रवार को शटडाउन के तीसरे दिन उन्होंने सरकारी नौकरियों में कटौती की भी चेतावनी दी है। बजट निदेशक रस वाउट ने कहा कि शिकागो को रोकी गई रकम एलिवेटेड ट्रेन लाइनों के निर्माण के लिए दी जानी थी।
उन्होंने कहा कि ये प्रोजेक्ट मानकों के मुताबिक नहीं चल रहा था। इस रोक के बाद ट्रंप प्रशासन अब तक डेमोक्रेटिक पार्टी के शासित राज्यों और शहरों को जारी होनेवाली 26 अरब डॉलर की फंडिंग रोक चुका है। इससे पहले ट्रंप बुधवार को कैलिफोर्निया और इलिनोयस के लिए हरित ऊर्जा परियोजनाओं के लिए प्रस्तावित आठ अरब डॉलर की फंडिंग पर भी रोक लगा चुके हैं। इसके अलावा न्यूयार्क में भी ट्रांजिट प्रोजेक्ट रोके जा चुके हैं।
ट्रंप ने न्यूयार्क में नेशनल गार्ड भेजने की भी चेतावनी दी
ट्रंप ने न्यूयार्क में नेशनल गार्ड के सैनिकों को भेजने की भी चेतावनी दी है, जो इलिनोयस के गवर्नर जेबी प्रित्जकर का घर भी है। प्रित्जकर को 2028 में राष्ट्रपति पद का संभावित उम्मीदवार भी बताया जाता है।
शटडाउन के लिए रिपब्लिकन और डेमोक्रेट नेता एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं। कांग्रेस में स्टैंडआफ की वजह से 1.7 ट्रिलियन डॉलर की फंडिंग ठप पड़ गई है। इससे सरकार की तीन महीने का खर्च चलाया जा सकता है। इसका बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य और सेविनिवृत्ति कार्यक्रमों पर खर्च होता है।
डेमोक्रेट्स अपनी मांगों पर अड़े
डेमोक्रेट सांसदों ने कहा है कि स्वास्थ्य देखभाल सब्सिडी का भी विस्तार किया जाना चाहिए और इससे जुड़ा फंडिंग पैकेज कोरोना काल के दौर से ज्यादा होना चाहिए। रिपब्लिकन सांसदों ने इसे अलग से सुलझाने की बात कही है। ट्रंप ने डेमोक्रेट शासित राज्यों के सरकारी कर्मचारियों को भी बर्खास्त करने की चेतावनी दी है। इसकी चपेट में साल के अंत तक तीन लाख लोग आ सकते हैं।
शटडाउन की वजह से वैज्ञानिक शोध, वित्तीय विनियमन और व्यापक तौर पर गतिविधियां ठप पड़ गई हैं। 20 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों का वेतन स्थगित कर दिया गया है। हालांकि, सेना, एयरपोर्ट सिक्योरिटी स्क्रीनर और अन्य अनिवार्य सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों की तनख्वाह पर इसका असर नहीं पड़ा है।
प्रोजेक्ट 2025 से ट्रंप ने नहीं बनाई दूरी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2024 में चुनाव अभियान के दौरान खुद को प्रोजेक्ट 2025 से दूर रखने की कोशिश की थी, लेकिन अब वो इस पर आगे बढ़ते नजर आ रहे हैं। इसके तहत ट्रंप सरकारी कार्यबल के आकार में कटौती करने और डेमोक्रेटिक राज्यों को दंडित करने के अपने लक्ष्यों को गति देने के लिए शटडाउन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में लिखा कि वह अपने बजट प्रमुख रस वाउट के साथ प्रोजेक्ट 2025 पर चर्चा करने के लिए बैठक करेंगे ताकि ये तय किया जा सके कि डेमोक्रेट एजेंसियों में किसकी फंडिंग में कटौती की जाए। साथ ही ये भी तय होगा कि ये कटौती स्थायी होगी या अस्थायी।
डेमोक्रेट पार्टी के प्रवक्ता अम्मार मूसा ने तीखी प्रतिक्रिया में कहा कि ट्रंप और उनके समर्थकों ने प्रोजेक्ट 2025 को लेकर जमकर झूठ बोला था और अब वे देश को सीधे उसमें झोंकने जा रहे हैं।
शटडाउन खत्म करने सीनेट में तीसरे दिन जुटेंगे सांसद
सीनेट में शुक्रवार को एक बार फिर शटडाउन दूर करने की मशक्कत करने के लिए सांसद जुटे। हालांकि, इसके आसार कम ही नजर आ रहे हैं कि शटडाउन खत्म होगा क्योकि कोई भी पक्ष झुकने को तैयार नहीं है।
सीनेटर जान थून, आर-एस.डी. ने कहा कि अगर डेमोक्रेट्स ने रिपब्लिकन पार्टी की योजना को फिर बाधित किया तो वे सीनेटरों को घर भेज देंगे। उन्होंने मीडिया से कहा कि इस बार उन्हें गतिरोध दूर करने का चौथा अवसर मिल रहा है।
ट्रंप ने डेमोक्रेट्स को शटडाउन के लिए जिम्मेदार बताया
अगर वे विफल रहते हैं तो हम उन्हें सोचने-विचारने के लिए घर भेज देंगे ताकि वे सोमवार को शटडाउन खत्म करने के लिए मतदान करने आएं। ट्रंप ने डेमोक्रेट्स को शटडाउन के लिए जिम्मेदार बताते हुए कहा कि वे चाहते हैं कि देश में अवैध घुसपैठियों के लिए सरकारी स्वास्थ्य कवरेज को बढ़ाया जाए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।