घरेलू मुद्दों पर लड़ने-झगड़ने की बजाय Happy Couple ऐसे निकालते हैं समाधान
Mantra of Happy Couple यह अध्ययन जर्नल फैमिली प्रोसेस में प्रकाशित हुआ है। यूनिवर्सिटी ऑफ टेनेसी के शोधकर्ताओं ने बताया है लड़ने-झगड़ने की बजाय कैसे करें समस्याओं का समाधान।
न्यूयॉर्क, आइएएनएस। कहा जाता है कि वैवाहिक जीवन में छोटे-मोटे मन-मुटाव और लड़ाई-झगड़े आम बात हैं और ये हर किसी के जीवन में होते हैं। ताजा अध्ययन बताता है कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। रिसर्चर्स का मानना है कि लड़ने-झगड़ने की बजाय समाधान वाला दृष्टिकोण दंपतियों के लिए फायदेमंद होता है। अन्य दंपतियों के मुकाबले खुशहाल दंपति इस मामले में काफी आगे होते हैं।
अक्सर देखा जाता है कि ज्यादातर दंपतियों की लड़ाई बच्चों, पैसे और ससुराल जैसे मुद्दों पर होती है। ताजा अध्ययन में बताया गया है कि खुशहाल दंपती समस्याओं पर लड़ने-झगड़ने के बजाय उन्हें बातचीत के जरिये आसानी से निपटा लेते हैं। शोधकर्ताओं ने ये भी दावा किया है कि हमेशा परेशान रहने वाले और खुशहाल जोड़ों के बीच यही अंतर है कि वह बातचीत के जरिये समस्याओं का समाधान निकाल लेते हैं।
समाधान वाला दृष्टिकोण
अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ टेनेसी की एसोसिएट प्रोफेसर और इस अध्ययन की लेखक एमी राउर ने कहा कि खुशहाल दंपति विवाद की स्थिति में एक समाधान वाला दृष्टिकोण अपनाते हैं और यह उन विषयों पर भी लागू होता है, जिन पर वे चर्चा करते हैं।
ऐसे किया गया अध्ययन
फैमिली प्रोसेस नामक पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने दो अलग-अलग वर्ग बनाकर दंपतियों के मुद्दों पर गौर किया। इनमें ज्यादातर पढ़े-लिखे जोड़े थे और उन्होंने स्वयं को खुशहाल बताया था। इनमें से 57 जोड़े लगभग 30 से 40 की उम्र के थे, जिनकी शादी हुए औसतन नौ साल हो गए थे। इसके अलावा 64 जोड़े ऐसे थे, जिनकी उम्र लगभग 70 वर्ष के आसपास थी और उनकी शादी को औसतन 42 साल हो चुके थे। शोधकर्ताओं ने इन जोड़ों को उनके सबसे बड़े, गंभीर मुद्दों व मामूली मुद्दों को एक क्रम में बताने को कहा।
बुजुर्ग जोड़ों में झगड़े की ये है वजह
शोधकर्ताओं ने इस दौरान पाया कि बुजुर्ग जोड़ों के बीच छुट्टी, घरेलू मुद्दे, स्वास्थ्य, अंतरंगता और पैसा झगड़े के लिए गंभीर व बड़े मुद्दे हैं। दोनों ही वर्ग के जोड़ों ने ईर्ष्या, धर्म और परिवार के मुद्दे को कम गंभीरता की श्रेणी में रखा गया। शोधकर्ताओं ने जब दंपतियों की वैवाहिक समस्याओं पर चर्चा की, तो सभी जोड़ों ने स्पष्ट समाधान वाले मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
काम का बंटवारा और छुट्टी कैसे व्यतीत करें?
शोध में घर के कामों का बंटवारा और छुट्टी का समय कैसे व्यतीत किया जाए, जैसी बातें शामिल की गई थीं। अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि कई जोड़ों ने ऐसे मुद्दों को बहुत ही कम चुना, जिन्हें हल करना बुहत कठिन है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यही बिंदु उनके वैवाहिक जीवन की सफलता की कुंजी साबित हो सकता है।
गंभीर मुद्दों पर ऐसे मिलता है आत्मविश्वास
राउर ने कहा, अगर जोड़ों को महसूस होता है कि वह मिलकर अपने मुद्दों को सुलझा लेंगे, तो उन्हें बड़े और गंभीर मुद्दों को सुलझाने का आत्मविश्वास भी मिलता है। उन्होंने कहा अध्यन के परिणाम बताते हैं कि घरेलू मुद्दों पर लड़ने-झगड़ने की बजाय यदि उन पर बात की जाए तो भी समस्याओं का समाधान हो सकता है।
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