Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ट्रंप की शांति योजना को हमास ने ठुकराया, कहा- जब फिलिस्तीन की गारंटी नहीं, तब तक जारी रहेगा युद्ध

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 01:09 PM (IST)

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को सीजफायर के लिए 20 सूत्रीय योजना दी जिसे हमास ने पहले स्वीकार किया लेकिन बाद में सैन्य प्रमुख इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद ने खारिज कर दिया। हद्दाद ने फिलिस्तीन देश की गारंटी मिलने तक हथियार न डालने की बात कही है। ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी है कि समझौता न मानने पर उसका दुखद अंत होगा।

    Hero Image
    ट्रंप की शांति योजना को हमास ने ठुकराया (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने हमास को डेडलाइन दे दी है। ट्रंप ने सीजफायर को लेकर इजरायल-हमास के सामने 20 सूत्रीय योजना रखा है। ट्रंप की चेतावनी के बाद हमास ने इसमें हामी तो भर दी। लेकिन अब हमास के सैन्य प्रमुख इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद ने ट्रंप के 20 सूत्रीय सीजफायर प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हमास सैन्य प्रमुख इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद का साफ-साफ कहना है कि जब तक उसे फिलिस्तीन देश की गारंटी नहीं मिलेगी, तब तक हमास किसी भी स्थिति में हथियार नहीं डालेगा। बीबीसी और अरब न्यूज की रिपोटों के अनुसार, इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद ने कतर में मौजूद वार्ताकारों को निर्देश भेजा कि वे इस समझौते से पीछे हट जाएं और इजराइल के खिलाफ लड़ाई जारी रखें.

    कौन है इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद?

    गौरतलब है कि याह्या सिनवार और मोहम्मद सिनवार की मौत के बाद इज्ज अल दीन अल-हद्दाद को गाजा का कमांडर बनाया गया। इज्ज अल दीन अल-हद्दाद वर्तमान में हमास की सैन्य शाखा अल-कस्साम ब्रिगेड्स के शीर्ष प्रमुख हैं। इनके बादे अभी 48 बंधकों और हमास की सैन्य रणनीति पर सीधा नियंत्रण है। जिसमें 20 लोगों के जिंदा होने की संभावना जताई जा रही है। यही वजह है कि अल दीन अल-हद्दाद की बातों का इतना महत्व है।

    जो गाजा में बचेगा वो आतंकी...

    बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने हमास को डेडलाइन देते हुए चेतावनी दी है कि अगर हमास ने समझौता नहीं माना तो उसका 'बहुत दुखद अंत' होगा। डेडलाइन से पहले ही इजरायल ने दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया। नेतन्याहू सरकार ने कहा था कि अब गाजा सिटी में जो भी बचेगा, उसे आतंकी माना जाएगा।

    हमास के लिए खतरे की घंटी

    अमेरिका और इजरायल द्वारा पहले ही हमास को चेतावनी दे दी गई है कि अगर वे शर्तों को नहीं मानते तो उन्हें पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा। ऐसे में अगर हमास फिलिस्तीन देश की गारंटी मांगता है और उसे नहीं दी जाती है, तो युद्ध बंद नहीं होगा। अमेरिका और इजरायल हमास पर हमले करेंगे, जो हमास के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है।

    ट्रंप के गाजा प्लान का विरोध

    गाजा में युद्ध विराम को लेकर ट्रंप के एक तरफा पीस प्लान के विरोध में कई देशों में प्रदर्शन हो रहे हैं। ट्रंप के इस फैसले का अमेरिका, तुर्किये, दक्षिण अफ्रीका और कई यूरोपीय देशों में लोग विरोध कर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि ट्रंप की यह 20 सूत्रीय योजना 'एक अमेरिकी इजराइली दस्तावेज' जैसी है, जिसमें फिलिस्तीनियों को शामिल किए बिना गाजा को लेकर फैसला लिया जा रहा है। यही वजह है कि हमास भी इस शर्त को मानने से मना कर रहा है।

    यह भी पढ़ें- हमास-इजरायल के बीच सीजफायर पर किन-किन शर्तों पर राजी हुआ हमास, क्या है ट्रंप का गाजा प्लान?