Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भारतीयों के प्रति नफरत से भरे थे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन, जानिए क्या थीं उनकी अभद्र टिप्पणियां

    By Dhyanendra SinghEdited By:
    Updated: Sat, 05 Sep 2020 10:28 PM (IST)

    अमेरिका के सबसे चर्चित वाटरगेट कांड के बाद पद से हटाए गए निक्सन 1969 से 1974 तक राष्ट्रपति थे

    भारतीयों के प्रति नफरत से भरे थे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन, जानिए क्या थीं उनकी अभद्र टिप्पणियां

    न्यूयॉर्क, न्यूयॉर्क टाइम्स। अमेरिका में कुछ ऐसे टेप सामने आए हैं, जिनसे पता चलता है कि पूर्व रिपब्लिकन राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन के मन में भारतीयों के प्रति नफरत का भाव भरा हुआ था। उन्होंने बेहद आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। जैसे कि दुनिया में सबसे कुरूप दिखने वाली महिलाएं भारतीय हैं। अमेरिकी चुनाव में नस्ली भेदभाव का मुद्दा गरमाने के साथ ही 37वें राष्ट्रपति निक्सन भी चर्चा में आ गए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अमेरिका के सबसे चर्चित वाटरगेट कांड के बाद पद से हटाए गए निक्सन 1969 से 1974 तक राष्ट्रपति थे। प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर गैरी बास के मुताबिक, निक्सन ने कहा था कि भारत के लोग अरचिकर होते हैं। यह बात निक्सन ने जून 1971 में ओवल ऑफिस में तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हेनरी किसिंजर और व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ एचआर हॉल्डमैन के साथ बातचीत के दौरान कही थी। बास ने कानूनी मदद के बाद रिचर्ड निक्सन प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी एंड म्यूजियम से यह टेप हासिल किए हैं।

    ये थीं निक्सन की अभद्र टिप्पणियां 

    चार नवंबर 1971 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ व्हाइट हाउस शिखर सम्मेलन से एक निजी ब्रेक के दौरान निक्सन ने किसिंजर से कहा था कि भारतीयों में यौन इच्छाओं की कमी होती है। निक्सन ने और भी कई अभद्र टिप्पणियां कीं। नवंबर 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव पर किसिंजर और तत्कालीन विदेश मंत्री विलियम रॉजर्स से चर्चा के दौरान निक्सन ने भारतीयों के बारे में कहा था, 'मुझे नहीं पता वे बच्चे कैसे पैदा करते हैं।'  

    व्हाइट हाउस की अलग तस्वीर

    बास का कहना है कि निक्सन और किसिंजर दशकों तक अपनी विदेश नीति का डंका पीटते रहे कि किस तरह उन्होंने अमेरिकी हितों की रक्षा की। लेकिन, इन टेपों से व्हाइट हाउस की बिल्कुल अलग तस्वीर सामने आती है। इससे पता चलता है कि अमेरिका में नस्लवाद और स्त्री विरोधी मानसिकता की जड़े कितनी गहरी हैं।