पूर्व अमेरिकी अटॉर्नी जेसिका एबर अपने घर में मृत मिलीं, ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद दिया था इस्तीफा
पूर्व अमेरिकी अटॉर्नी जेसिका एबर अपने घर में मृत पाई गईं। वह वर्जीनिया के ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट की अटॉर्नी थीं और ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद जनवरी में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनकी अचानक मौत से कानूनी बिरादरी में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने फिलहाल किसी साजिश की संभावना से इनकार किया है लेकिन उनकी मौत की जांच जारी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व अमेरिकी अटॉर्नी जेसिका एबर अपने घर में मृत पाई गईं। उन्होंने वर्जीनिया के ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट (EDVA) में अपनी सेवाएं दी थीं, पुलिस के अनुसार, शनिवार सुबह 9:18 बजे आपातकालीन कॉल आने के बाद जब अधिकारी उनके घर पहुंचे, तो उन्हें बेहोश पाया गया। बाद में मौके पर ही उनकी मौत की पुष्टि कर दी गई।
जेसिका एबर महज 43 साल की थीं और उन्होंने जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालने के एक दिन बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। पुलिस ने अभी तक किसी संदिग्ध साजिश की बात नहीं कही है, लेकिन उनकी मौत की परिस्थितियों की जांच जारी है। वर्जीनिया की कानूनी बिरादरी और उनके सहयोगियों ने उनके निधन पर गहरा दुख जाहिर किया है।
कानूनी महकमे में एबर की अहमियत
वर्तमान अमेरिकी अटॉर्नी एरिक सीबर्ट ने कहा, "हम अपनी दोस्त और पूर्व सहयोगी जेसिका एबर के निधन से पूरी तरह टूट चुके हैं। वह एक असाधारण नेता, मेंटर और अभियोजक थीं। उनकी कानूनी दक्षता और पेशेवर व्यवहार एक मिसाल थी।"
सीबर्ट ने आगे कहा, "हालाँकि यह हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है, हम उनकी विरासत को जीवित रखने की कोशिश करेंगे। जेसिका एक गर्वित वर्जीनियन थीं और उन्हें यह समुदाय बहुत पसंद करता था। हम उनके न्याय की खोज के मिशन को जारी रखेंगे, जैसा कि वह चाहतीं।"
बेहतरीन कानूनी करियर और उपलब्धियां
जेसिका एबर को न्याय व्यवस्था में उनके योगदान के लिए कई सम्मान मिले। 2019 में, उन्हें अमेरिकी न्याय विभाग से 'असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल्स अवॉर्ड फॉर एक्सेप्शनल सर्विस' प्रदान किया गया था।
उन्होंने 2009 में ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ वर्जीनिया में असिस्टेंट यूएस अटॉर्नी के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। इस दौरान उन्होंने वित्तीय धोखाधड़ी, सार्वजनिक भ्रष्टाचार, हिंसक अपराध और बाल शोषण से जुड़े मामलों की देखरेख की।
2015 में, उन्हें न्याय विभाग के क्रिमिनल डिवीजन में असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल के काउंसल के रूप में नियुक्त किया गया। इसके बाद, वह 2016 में EDVA में वापस आईं और 2021 में उन्हें राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा अमेरिकी अटॉर्नी के रूप में नामित किया गया।
मौत का कारण अब तक अज्ञात
एबर की मौत के पीछे की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस इस मामले में सभी संभावनाओं की जांच कर रही है। उनका परिवार, दोस्त और सहयोगी इस दुखद घटना से स्तब्ध हैं।
उनके योगदान और प्रतिबद्धता को याद करते हुए, कानूनी बिरादरी ने कहा कि एबर जैसी शख्सियत को खोना "न भरने वाली क्षति" है। उनके सम्मान में कई लोग सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं जाहिर कर रहे हैं।
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