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    Epstein Files: अब खुलेंगी दुनिया के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल की फाइलें, जानिए क्या है ये केस जिसमें आया ट्रंप का नाम

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 10:57 AM (IST)

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने 'एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट' पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके बाद जेफरी एपस्टीन के यौन अपराधों से जुड़ी फाइलें जारी की जाएंगी। एपस्टीन पर नाबालिग लड़कियों के शोषण के आरोप थे और उनकी मौत जेल में हो गई थी। इन फाइलों में कई राजनेताओं और अधिकारियों के नाम हैं, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया है।

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    जेफरी एपस्टीन एक अमेरिकी फाइनेंशियर और निवेशक थे। 

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने 'एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट' पर हस्ताक्षर कर दिया है। इसका बाद अब कानून मंत्रालय को जेफरी एपस्टीन की यौन अपराधों से जुड़ी सभी फाइलें, कम्यूनिकेशन और 2019 में उनकी जेल में मौत की जांच की जानकारी 30 दिनों के भीतर जारी करनी होगी।

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    जेफरी एपस्टीन एक अमेरिकी फाइनेंशियर और निवेशक थे। उनपर सेक्स ट्रैफिकिंग, नाबालिग लड़कियों का शोषण और संगठित अपराध के आरोप लगे थे। वे अमीरों, राजनेताओं, सेलिब्रिटीज और वैज्ञानिकों के सर्कल में घूमते थे। 2019 में जब वे सेक्स ट्रैफिकिंग के ट्रायल का इंतजार कर रहे थे, जेल में उनकी मौत हो गई। इसे आधिकारिक तौर पर सुसाइड बताया गया था। लेकिन उनकी मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए।

    एपस्टीन फाइल्स इन्हीं सवालों का केंद्र हैं। ये कोर्ट के दस्तावेज हैं जो उनके नेटवर्क, कनेक्शन्स और अपराधों से जुड़े हैं।

    ये फाइल्स इसलिए चर्चा में हैं क्योंकि इसमें कई राष्ट्रपतियों, राजनेताओं और अधिकारियों के नाम आए हैं। ये लोग एपस्टीन के सोशल और बिजनेस सर्कल से जुड़े थे। हालांकि, ज्यादातर मामलों में ये नाम सिर्फ मेंशन हैं, न कि प्रत्यक्ष अपराध के आरोपी हैं।

    एपस्टीन फाइल्स क्या हैं?

    एपस्टीन फाइल्स का मतलब मुख्य रूप से उन कोर्ट डॉक्यूमेंट्स से है जो 2015 में वर्जीनिया रॉबर्ट्स ग्यूफ्रे (एक पीड़िता) द्वारा घिस्लेन मैक्सवेल (एपस्टीन की पार्टनर और सह-आरोपी) के खिलाफ दायर एक डिफेमेशन लॉसूट से जुड़े हैं।

    मैक्सवेल को 2021 में सेक्स ट्रैफिकिंग के लिए 20 साल की सजा हुई। ये दस्तावेज जनवरी 2024 में अनसील्ड (गोपनीयता हटाकर) जारी किए गए, जिसमें फ्लाइट लॉग्स, डिपोजिशन्स (गवाही), ईमेल्स और मोटेशन्स शामिल हैं। कुल मिलाकर, लगभग 200 नामों का जिक्र है, लेकिन ये कोई "क्लाइंट लिस्ट" नहीं है, बल्कि एपस्टीन के सामाजिक और वित्तीय नेटवर्क का काले राज हैं।

    2025 में इस केस में क्या नई डेवलपमेंट्स आई?

    • अमेरिकी कांग्रेस ने एपस्टीन के एस्टेट (संपत्ति) से नए ईमेल्स और दस्तावेज मांगे हैं, जिसमें 20 से ज्यादा बैंकों के अकाउंट्स का जिक्र है।
    • राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी को निर्देश दिया कि वे बिल क्लिंटन और अन्यों के एपस्टीन से संबंधों की जांच करें।
    • डेमोक्रेटिक ओवरसाइट कमिटी ने तीसरी बैच की फाइल्स जारी कीं, जिसमें एलन मस्क, पीटर थिएल और स्टीव बैनन जैसे नाम भी आए।
    • पीड़िताओं ने खुद एक "क्लाइंट लिस्ट" बनाने की घोषणा की है, जिसमें एपस्टीन के सहयोगियों को नामित किया जाएगा।

    क्यों जुड़े हैं राष्ट्रपति, राजनेता और अधिकारी?

    एपस्टीन का नेटवर्क इसलिए इतना बड़ा था क्योंकि वे फाइनेंशियल एडवाइजर के रूप में अमीरों से जुड़े रहे थे। वे डोनेशन देते थे, पार्टियां आयोजित करते थे और राजनीतिक फंडिंग में मदद करते थे।

    एपस्टीन न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा के एलीट सर्कल में घूमते थे। वे क्लिंटन फाउंडेशन को सपोर्ट करते थे और ट्रंप के मार-ए-लागो क्लब में जाते थे। वे कई पॉलिटिशियंस को लोन देते थे या ट्रिप्स पर ले जाते थे। लेकिन जांच में साबित नहीं हुआ कि सभी अपराधों में शामिल थे।

    एपस्टीन और मैक्सवेल नाबालिग लड़कियों को "मसाज" के बहाने बुलाते थे, जो सेक्सुअल एक्सप्लॉइटेशन में बदल जाता था। कई हाई-प्रोफाइल लोग इन पार्टियों में थे, लेकिन सबूतों की कमी से ज्यादातर बच गए।

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