भारत में कैंसर परीक्षण की अगुआई कर रहीं डॉक्टर गीतिका, बदल जायेगी तस्वीर... जानें क्या होंगे फायदे
नई दिल्ली स्थित एम्स से पढ़ाई के बाद गीतिका ने अमेरिका के टेक्सास विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ एपिडेमियोलाजी की डिग्री हासिल की। पिछले वर्ष जून में अमेरिका दौरे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत में कैंसर के बढ़ते मामलों के बोझ को कम करने के लिए उचित कदम उठाने को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी। दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत कैंसर वार्ता की घोषणा की थी।
पीटीआई, वॉशिंगटन। अमेरिका में भारतवंशी डॉक्टर गीतिका श्रीवास्तव कैंसर से संबंधित क्लिनिकल परीक्षण की अगुआई कर रही हैं। यह परीक्षण अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की पहल है, जो व्हाइट हाउस कैंसर मूनशाट प्रोग्राम के सहयोग से चल रही है। इससे भारत में कैंसर से संबंधित क्लिनिकल परीक्षणों तक पहुंच को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाने में मदद मिलेगी।
वैश्विक आबादी में करीब 20 प्रतिशत भारतीय होने के बावजूद कैंसर के संबंध में वैश्विक स्तर पर किए जाने वाले परीक्षणों में से केवल 1.5 प्रतिशत ही भारत में किए जाते हैं। 'प्रोजेक्ट आशा' के माध्यम से इस असामनता को दूर किया जाएगा। एफडीए की 'आनकोलाजी सेंटर आफ एक्सीलेंस' (ओसीई) ने इस परियोजना के लिए गीतिका को चुना है। डॉक्टर गीतिका एफडीए के कैंसर रोग विभाग में कार्यरत हैं और कैंसर रोग के उपचार में विशेषज्ञ हैं।
नई दिल्ली स्थित एम्स से पढ़ाई के बाद गीतिका ने अमेरिका के टेक्सास विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ एपिडेमियोलाजी की डिग्री हासिल की। पिछले वर्ष जून में अमेरिका दौरे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत में कैंसर के बढ़ते मामलों के बोझ को कम करने के लिए उचित कदम उठाने को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी।
दोनों नेताओं ने 'अमेरिका-भारत कैंसर वार्ता' की घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य कैंसर की रोकथाम करना, शुरुआती चरण में इसका पता लगाना और उचित इलाज मुहैया कराने की दिशा में कदम उठाना है।