ट्रंप ने मंगाया अपना स्पेशल Doomsday Plane, न्यूक्लियर अटैक का भी इस पर नहीं होता असर; क्या ईरान में कुछ बड़ा होने वाला है?
Doomsday Plane इजरायल-ईरान में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के डूम्सडे प्लेन की चर्चा हो रही है। इस सैन्य विमान E-4B को उड़ान भरते देखा गया है जो परमाणु हमले को भी झेल सकता है। इसे फ्लाइंग पेंटागन भी कहा जाता है। इस विमान में राष्ट्रपति रक्षा मंत्री सहित टॉप मिलिट्री लीडर्स सुरक्षित तरीके से ही कहीं भी ट्रेवल कर सकते हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल-ईरान (Israel Iran Conflict) में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका का 'डूम्सडे प्लेन' (Doomsday Plane) की चर्चा हो रही है। सैन्य विमान E-4B (E-4B Nightwatch) को उड़ान भरते देखा गया है। इस नाइटवॉच एयरक्राफ्ट की सबसे बड़ी खासियत यह विमान परमाणु हमले को भी झेल सकता है।
आखिर प्लेन के उड़ने से दुनिया में दहशत क्यों?
E-4B कोई साधारण एयरक्राफ्ट नहीं है। यह बोइंग 747-800 मिलिट्री वर्जन है। अगर जमीन पर परमाणु हमले होते हैं तो ये अमेरिका के टॉप लीडर्स को लेकर आसमान से सुरक्षित रूप से किसी दूसरे देश में जा सकते हैं। इसलिए इस विमान को 'फ्लाइंग पेंटागन' भी कहा जाता है।
इस विमान में राष्ट्रपति, रक्षा मंत्री सहित टॉप मिलिट्री लीडर्स सुरक्षित तरीके से ही कहीं भी ट्रेवल कर सकते हैं। इसमें 112 लोगों के बैठक की क्षमता है। विमान में तीन डेक, ब्रीफिंग रूम, कमांड सेंटर, कॉन्फ्रेंस रूम और स्टे एरिया मौजूद है। सबसे बड़ी बात है करीब एक हफ्ते तक विमान जमीन पर उतरे हवा में फ्लाई कर सकता है। इतना ही नहीं, जरूरत पड़ी तो विमान से दुश्मन देश पर मिसाइल भी दागी जा सकती है।
विमान में 67 सैटेलाइट डिश और एंटेना इंस्टॉल है। इससे राष्ट्रपति, रक्षा सचिव और दूसरे सैन्य अधिकारी दुनिया में कहीं भी बिना किसी रुकावट के फोन पर बातचीत कर सकते हैं। अमेरिका के पास चार E-4B विमानों का बेड़ा है।
आखिरी बार कब उड़ा था ये विमान?
11 सितम्बर 2001 को अलकायदा से जुड़े आत्मघाती हमलावरों ने अमेरिकी यात्री विमानों पर कब्जा कर लिया और उन्हें न्यूयॉर्क की दो इमारतों से टकरा दिया, जिसमें करीब 3 हजार लोग मारे गए थे। इस आतंकी हमले के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने E-4B नाइटवॉच का इस्तेमाल किया था। कहा जाता है कि जब अमेरिका पर संकट के बादल छाए होते हैं, तभी यह विमान आसमान में दिखता है।
इजरायल-ईरान संघर्ष में कूद सकता है अमेरिका!
इस विमान के उड़ान भरते हुए देखे जाने के बाद अटकलें लगाई जा रही है कि क्या ईरान-इजरायल संघर्ष में अमेरिका भी कूद सकता है। विमान को अमेरिका के लुइसियाना में बाकर्सडेल एयरफोर्स बेस में मंगलवार शाम 6 बजे से पहले उड़ान भरी थी। विमान रात 10 बजे मैरीलैंड में जॉइंट बेस एंड्रयूज पर उतरा। दिलचस्प बात यह है कि उड़ान में सामान्य 'ORDER6' के बजाय एक नए कॉलसाइन 'ORDER01' का इस्तेमाल हुआ, जिसका पहला कभी उपयोग नहीं किया गया है।
ईरान पर हमला कर सकता है अमेरिका
इस विमान की चर्चा इसलिए भी ज्यादा हो रही है कि ट्रंप प्रशासन ईरान के अंडरग्राउंड न्यूक्लियर अड्डों पर हमला करने की प्लानिंग कर रही है। बताते चलें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर हमले की योजना को मंजूरी दे दी है।
उन्होंने कहा कि अगर ईरान अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम से पूछे नहीं हटता है तो उसपर जबरदस्त कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने दो टूक कहा है कि किसी भी हालत में वो अमेरिका के आगे सरेंडर नहीं करेंगे। खामेनेई ने ट्रंप को धमकी देते हुए कहा कि अगर अमेरिका हमले में शामिल होता है तो उसके बुरे परिणाम होंगे।
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