सीरिया में मचे घमासान के बीच ट्रंप को क्यों याद आया चीन? पुतिन पर साधा निशाना
Trump on Syria सीरिया में मचे घमासान और तख्तापलट के बीच अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस पर बड़ा निशाना साधा है। उन्होंने बशर अल असद की रक्षा न कर पाने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना की है। साथ ही ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भी नई चेतावनी दी है। पढ़ें उन्होंने क्या-क्या कहा।

एएनआई, वाशिंगटन डीसी। सीरिया में विद्रोह और तख्तापलट के बीच अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस पर निशाना साधा और राष्ट्रपति बशर अल असद की रक्षा नहीं करने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना की। गौरतलब है कि रविवार को सीरिया में विद्रोही राजधानी दमिश्क में प्रवेश कर गए, जिसके बाद बशर अल-असद को किसी अज्ञात स्थान पर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।
ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि रूस, जिसने यूक्रेन युद्ध में लगभग 600,000 लोगों को हताहत किया है, ने सीरिया की रक्षा करने में कोई रुचि नहीं ली है। युद्ध विराम का आह्वान करते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह जारी रहा तो यह बहुत बड़ा और बहुत बुरा हो सकता है।
रूस ने सीरिया में खोई रुचि: ट्रंप
उन्होंने पोस्ट में कहा, 'असद चले गए हैं। वह अपने देश से भाग गए हैं। उनका रक्षक, रूस, व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व में, अब उसे बचाने में कोई दिलचस्पी नहीं रखता। रूस के वहां होने का कोई कारण ही नहीं था। यूक्रेन के कारण उन्होंने सीरिया में अपनी सारी रुचि खो दी, जहां करीब 600,000 रूसी सैनिक घायल या मृत पड़े हैं। एक ऐसे युद्ध में, जो कभी शुरू नहीं होना चाहिए था और जो हमेशा के लिए चल सकता है।'
ट्रंप ने कहा कि निरंतर संघर्षों के बीच ईरान और रूस कमजोर हो गए हैं और स्थिति को हल करने में चीन की संभावित भूमिका की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा, 'रूस और ईरान इस समय कमज़ोर स्थिति में हैं। एक यूक्रेन और ख़राब अर्थव्यवस्था के कारण, दूसरा इजरायल और उसकी लड़ाई में सफलता के कारण। इसी तरह, जेलेंस्की और यूक्रेन एक समझौता करना चाहेंगे और पागलपन को रोकना चाहेंगे।'
'चीन कर सकता है मदद'
ट्रंप ने कहा, 'उन्होंने हास्यास्पद रूप से 400,000 सैनिकों और कई नागरिकों को खो दिया है। तत्काल युद्ध विराम होना चाहिए और बातचीत शुरू होनी चाहिए। बहुत से लोगों की जान बेवजह बर्बाद हो रही हैं। बहुत से परिवार बर्बाद हो रहे हैं और अगर यह चलता रहा तो यह बहुत बड़ी और बहुत बुरी चीज़ बन सकती है। मैं व्लादिमीर को अच्छी तरह से जानता हूं। यह उनके लिए कार्रवाई करने का समय है। चीन मदद कर सकता है। दुनिया इंतजार कर रही है।'
इससे पहले रविवार को, सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद ने रविवार को दमिश्क से किसी अज्ञात स्थान के लिए उड़ान भरी, जिससे उनके दो दशक से ज़्यादा लंबे शासन का अंत हो गया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दो वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि सीरियाई समूह रविवार की सुबह राजधानी दमिश्क में घुस आए। यह घटनाक्रम विद्रोहियों द्वारा सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स पर कब्जा करने के दावे के कुछ घंटों बाद हुआ, जो देश के उत्तर में है।
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