अमेरिकी छात्रों को फलस्तीन का समर्थन करना पड़ा भारी, कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने किया निष्कासित; डिप्लोमा भी नहीं मिलेगा
कोलंबिया विश्वविद्यालय में फलस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों को निष्कासित कर दिया गया है। प्रदर्शन के दौरान इन छात्रों ने कॉलेज परिसर के एक बिल्डिंग को कब्जे में कर लिया था। संस्थान ने प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले छात्रों के डिप्लोमा भी नहीं मिलेगा। कुछ दिनों पहले विश्वविद्यालय के छात्र महमूद खलील को गिरफ्तार कर लिया गया था।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय (Columbia University) ने गुरुवार (13 मार्च) को कुछ छात्रों को निष्कासित कर दिया है। ये सभी छात्र फलस्तीन (Israel Hamas War) के समर्थन में कॉलेज परिसर में प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान इन छात्रों ने कॉलेज परिसर के एक बिल्डिंग को कब्जे में कर लिया था। संस्थान ने प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले छात्रों के डिप्लोमा भी रद करने का फैसला किया है।
छात्रों ने हैमिल्टन हॉल पर कर लिया था कब्जा
विश्वविधायल ने जानकारी दी कि गाजा में युद्ध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बीच छात्रों ने कॉलेज के हैमिल्टन हॉल पर कब्जा कर लिया था। 30 अप्रैल 2024 को विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्र एक शिविर बनाकर हैमिल्टन हॉल में रहने लगे थे।
इसके बाद हॉल खाली कराने के लिए पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया। इसके बाद छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई। मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के कार्यालय ने कहा कि वह 46 लोगों में से 31 के खिलाफ आपराधिक आरोप नहीं लगाया जाएगा।
छात्र महमूद खलील को किया जा चुका है गिरफ्तार
अमेरिकी अधिकारियों ने कोलंबिया विश्वविद्यालय के छात्र महमूद खलील को गिरफ्तार कर लिया है। अमेरिकी प्रशासन के मुताबिक, महमूद खलील को हमास का प्रशंसक बताया गया। कॉलेज परिसर में फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शनों का वो नेतृत्व कर रहे थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महमूद खलील की गिरफ्तारी को सही ठहराया है। साथ ही उन्होंने इशारा किया था कि आने वाले दिनों में ऐसी कई गिरफ्तारियां होंगी।
ट्रंप टावर में घुसे सैंकड़ों प्रदर्शनकारी
बताते चलें कि फलस्तीनी कार्यकर्ता और कोलंबिया विश्वविद्यालय के छात्र महमूद खलील की हिरासत के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को मैनहट्टन में ट्रंप टॉवर में सैंकड़ों प्रदर्शनकारी घुस आए। वहीं, सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के एकत्र होने के बाद पुलिस ने करीब 100 लोगों को गिरफ्तार किया है।
अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) ने कोलंबिया विश्वविद्यालय में फलस्तीनी समर्थक प्रदर्शनों में शामिल होने के आरोप में खलील को हिरासत में लिया है। यहूदी वॉयस फॉर पीस द्वारा आयोजित विरोध दोपहर के तुरंत बाद शुरू हुआ।
'इजरायल को हथियार देना बंद करो' जैसे नारे लिखी लाल शर्ट पहने प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप टॉवर की प्रतिष्ठित गोल्डन लॉबी में धावा बोल दिया। प्रदर्शनकारियों ने "महमूद खलील को रिहा करो" के नारे लगाए और "किसी के लिए फिर कभी नहीं" लिखे बैनर फहराए।
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