US: डलास में भारतीय बच्ची शेरिन की याद में हर आंख हुई नम
डलास के कब्रिस्तान रेस्टलैंड फ्यूनरल होम का एक हिस्सा शेरिन को समर्पित किया गया है। इस हिस्से में ग्रेनाइट से निर्मित एक बेंच पर शेरिन का नाम अंकित है।
ह्यूस्टन (प्रेट्र)। अमेरिका के डलास में तीन साल की भारतीय लड़की शेरिन मैथ्यू की मौत को लोग भूला नहीं पाए हैं। उसकी स्मृति में कब्रिस्तान में लगाई गई एक बेंच का शनिवार को उद्घाटन हुआ। इस दौरान दौरान वहां मौजूद हर किसी की आंख नम हो आई। शेरिन इसी साल सात अक्टूबर को रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गई थी। उसका शव 22 अक्टूबर को डलास के उपनगर रिचर्डसन में पुलिया के नीचे से बरामद किया गया था।
डलास के कब्रिस्तान रेस्टलैंड फ्यूनरल होम का एक हिस्सा शेरिन को समर्पित किया गया है। इस हिस्से में ग्रेनाइट से निर्मित एक बेंच पर शेरिन का नाम अंकित है। इस पर लिखा है, ‘एक जिंदगी जिसने दूसरों के दिलों को छुआ, वह हमेशा के लिए छोड़कर चली गई।’ भारी ठंड के बावजूद शेरिन की याद में लोग जमा हुए। इस दौरान आयोजकों ने शेरिन की स्मृति में एक वीडियो भी जारी किया गया। कार्यक्रम के आयोजक शैरी ब्लाक ने कहा, ‘वह हमारे दिलों में हमेशा जीवित रहेगी।’ शेरिन का शव 31 अक्टूबर को इसी कब्रिस्तान में दफनाया गया था, लेकिन उस समय इस जगह को गोपनीय रखा गया था।
गौरतलब है कि भारतीय मूल के दंपती वेस्ली मैथ्यू और सिनी मैथ्यू ने शेरिन को गोद लिया था। वह सात अक्टूबर को लापता हो गई थी। उस समय उसके पिता वेस्ली ने कहा था कि दूध नहीं पीने पर सजा देने के लिए रात के तीन बजे उसने शेरिन को घर के बाहर खड़ा कर दिया था। शव मिलने पर बयान बदलते हुए उसने कहा कि दूध पिलाने के दौरान दम घुटने से शेरिन की मौत हो गई थी। फिलहाल वेस्ली और सिनी जेल में हैं।
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