G20 Summit से पहले अमेरिका का बड़ा बयान, कहा- सम्मेलन में यूक्रेन युद्ध पर विस्तार से होगी चर्चा
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मेथ्यू मिलर से यह पूछे जाने पर कि G-20की बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या कुछ निकलकर सामने वाला है।इस पर प्रवक्ता ने मीडिया से कहा में यही कहना चाहूंगा कि दुनियाभर में जितने भी हमारे साथी एवं सहयोगी हैं उनसे यूक्रेन युद्ध पर चर्चा जारी है।उन्होंने कहा कि सहयोगी देशों के साथ होने वाली हमारी बातचीत में यूक्रेन युद्ध का मसला शामिल रहता है।

वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अगले महीने भारत में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन में संघर्ष पर चर्चा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मेथ्यू मिलर से यह पूछे जाने पर कि G-20 की बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या कुछ निकलकर सामने वाला है। इस पर प्रवक्ता ने मीडिया से कहा, में यही कहना चाहूंगा कि दुनिया भर में जितने भी हमारे साथी एवं सहयोगी हैं उनसे यूक्रेन युद्ध पर चर्चा जारी है। उन्होंने कहा कि सहयोगी देशों के साथ होने वाली हमारी बातचीत में यूक्रेन युद्ध का मसला शामिल रहता है।
उन्होंने कहा, "यह हमेशा उन शीर्ष विषयों में से एक है जो हमारी सभी बातचीत में सामने आता है और मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि G20 में यह सच होगा।"
यूक्रेन के नाटो सदस्यता लेने पर शुरू हुई लड़ाई
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले डेढ़ साल से लगातार युद्ध चल रहा है। दोनों देशों में से कोई भी झुकने को तैयार नहीं है। नाटो में शामिल होने की यूक्रेन की कोशिश पर रूस भड़क गया और रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला बोल दिया। इस लड़ाई में अमेरिका सहित पश्चिम देश यूक्रेन को सैन्य एवं आर्थिक रूप से मदद कर रहे हैं। रूस का आरोप है कि यूक्रेन ने उसके ऊपर ड्रोन से हमले कराए हैं। दोनों देशों के बीच युद्ध भड़कने के बाद विश्व में खाद्य संकट गहराया है एवं आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है।
रूस ने तब से यह कहना जारी रखा है कि उसके अभियानों का उद्देश्य देश को विसैन्यीकरण और नाज़ीवाद के प्रभाव को खत्म करना है। हालांकि, संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य नाटो देशों ने कहा है कि चल रहे संघर्ष के कारण अब यूक्रेन को प्रवेश देना असंभव है।
नाटो की सदस्यता के लिए अभी तैयार नहीं यूक्रेन- राष्ट्रपति बाइडन
जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यूक्रेन नाटो की सदस्यता के लिए तैयार है और उन्होंने यह भी कहा था कि नाटो एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें लोकतंत्रीकरण से लेकर कई अन्य मुद्दों होते हैं और इन सभी योग्यताओं को पूरा करने में कुछ समय लगता है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।