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    एप्स्टीन फाइल विवाद: AI से बनी ट्रंप की ऑडियो क्लिप ने मचाया हंगामा, व्हाइट हाउस ने बयान किया जारी

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 04:35 PM (IST)

    अमेरिका में जेफ्री एप्स्टीन से जुड़ी फाइलों के विवाद में, एक AI से बनी ऑडियो क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप पर फाइलें जारी न करने का दबाव डालने का आरोप है। NewsGuard ने इस क्लिप को नकली बताया है। व्हाइट हाउस ने भी उन दावों का खंडन किया है जिसमें कहा गया था कि एप्स्टीन की ईमेल में ट्रंप का नाम है। सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं के प्रसार से सच्चाई का पता लगाना मुश्किल हो गया है।

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    AI से बनी ट्रंप की ऑडियो क्लिप ने मचाया हंगामा (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में जेफ्री एप्स्टीन से जुड़ी फाइलों को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। इस विवाद के बीच सोशल मीडिया पर एक नकली AI ऑडियो क्लिप वायरल हुई, जिसमें दावा किया गया कि राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप अपने अधिकारियों पर फाइलें जारी न करने का दबाव डाल रहे हैं। लेकिन शोधकर्ताओं ने इसे पूरी तरह फर्जी बताया है।

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    हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप तेजी से फैली, जिसमें ट्रंप जैसी आवाज सुनाई देती है, जिसमें कहा जा रहा है, "अगर एप्स्टीन फाइलें जारी हुईं तो मैं सबको साथ लेकर नीचे जाऊंगा।" इस क्लिप को इंस्टाग्राम, टिकटॉकजैसे प्लेटफॉर्म पर लाखों लोगों ने देखा और शेयर किया। डिजइन्फॉर्मेशन की निगरानी करने वाले संगठन NewsGuardने साफ कहा कि यह ऑडियो AI से बनाई गई नकली क्लिप है।

    Sora से बना वीडियो

    NewsGuardके मुताबिक यह क्लिप सबसे पहले एक लिबरल टिकटॉकयूजर ने पोस्ट की थी। यह वीडियो ऐसे संकेत दिखा रहा था कि इसे OpenAIके Sora मॉडल से बनाया गया था। बाद में इसे कई और वीडियो में शेयर किया गया, जहां Sora के वॉटरमार्क हटा दिए गए ताकि इसके AI होने का पता न चले।

    लिबरल सोशल मीडिया यूजर्स ने एक और दावा फैलाया कि व्हाइट हाउस प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने कहा है, "एप्स्टीन की ईमेल में ट्रंप का नाम नहीं है, कोई और व्यक्ति है जिसका नाम वही है।" यह दावा एक्स पर लाखों व्यूज के साथ वायरल हुआव्हाइट हाउस ने इस दावे को तुरंत खारिज किया और एक पोस्ट में कहा, "नहीं उसने ऐसा कुछ नहीं कहा।"

    दोनों पक्षों से फैल रही भ्रामक सूचनाएं

    इन गलत सूचनाओं ने दिखाया है कि दोनों पक्षों से भ्रामक सामग्री फैल रही है। सोशल मीडिया पर मॉडरेशन घटने से आम लोगों के लिए सच और झूठ पहचानना मुश्किल होता जा रहा है। उधर, एप्स्टीन फाइलों को लेकर ट्रंप और कांग्रेस के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है।

    ट्रंप का रुख

    ट्रंप ने कहा है कि उनका एप्स्टीन से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने इस हफ्ते एक कानून पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत सरकार को एप्स्टीन से जुड़ी फाइलें जारी करनी होंगी। हालांकि सूत्र कहते हैं कि प्रशासन इन दस्तावेजों में देरी, रिडैक्शन या जांच का हवाला देकर कुछ हिस्सों को रोक सकता है।

    कौन था जेफरी एप्स्टीन?

    एप्स्टीन एक अमीर फाइनेंसर था जिसके बड़े कारोबारी, राजनीतिक और शैक्षणिक जगत से गहरे संबंध थे। उस पर आरोप था कि उसने नाबालिग लड़कियों और युवतियों का यौन शोषण किया और उन्हें अपने प्रभावशाली दोस्तों तक पहुंचाया। 2019 में उसकी गिरफ्तारी के बाद पूरे अमेरिका में जवाबदेही की मांग तेज हो गई थी।

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