Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बंगला भाषा से की पढ़ाई, अब JEE(MAIN) परीक्षा में हासिल किए फुल मार्क्स; पुरुलिया की देवदत्ता ने कर दिखाया कमाल

    Updated: Sun, 20 Apr 2025 03:39 PM (IST)

    अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित जेईई मेन परीक्षा के पहले सत्र में देवदत्ता ने देश भर में 15वां स्थान प्राप्त किया था। उन्होंने 2023 माध्यमिक परीक्षा में 700 अंकों की परीक्षा में 697 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया जो प्रतिशत के हिसाब से 99.57 है। देवदत्ता की इच्छा है IISC बैंगलोर से मैथमेटिक्स लेकर पढ़ाई करना। इसके बाद एस्ट्रोफिजिक्स लेकर इसरो से रिसर्च करना।

    Hero Image
    बंगाल की देवदत्ता ने हासिक किए 300 में से 300 अंक (फाइल फोटो)

    जेएनएन, पुरुलिया। जिले के आड़षा ब्लॉक अंतर्गत गांव जामबाद की निवासी देवदत्ता माझी JEE(MAIN) पास करने वाली पूरे देश में प्रथम आई हैं। इस वर्ष देवदत्ता माझी ने अखिल भारतीय इंजीनियरिंग परीक्षा के दूसरे सत्र में 300 में से 300 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    माध्यमिक परीक्षा में हासिल किए थे 99.57%

    गौरतलब है कि अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित जेईई मेन परीक्षा के पहले सत्र में उन्होंने देश भर में 15वां स्थान प्राप्त किया था। उन्होंने 2023 माध्यमिक परीक्षा में 700 अंकों की परीक्षा में 697 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया, जो प्रतिशत के हिसाब से 99.57 है।

    बंगला भाषा माध्यम से पढ़ाई करने वाली देश के पहला स्थान प्राप्त कर उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि शिक्षा भाषा से नहीं बल्कि प्रतिभा से जुड़ी है। अपने अभिभावक के काम की वजह से वह अब पूर्व बर्धमान जिला का अंतर्गत कटवा नगर पालिका का अंतर्गत घुटकियापाड़ा में रहते हैं।

    देवदत्ता की क्या करने की है इच्छा?

    देवदत्ता कटवा के दुर्गादासी चौधरी गर्ल्स हाई स्कूल की छात्रा हैं। उनके के पिता का नाम जयंत माझी और माता का नाम सेली दे। उनके पिता जयंत माझी आसनसोल के बी.बी. कॉलेज में भौतिकी विज्ञान के प्रोफेसर हैं और उनकी मां सेली देवी कटवा के दुर्गादासी चौधरानी गर्ल्स हाई स्कूल में शिक्षिका हैं।

    देवदत्ता ने पांचवीं कक्षा से इसी स्कूल में पढ़ाई की। उनके परिवार से जुड़े लोगों के अनुसार देवदत्ता की इच्छा है IISC बैंगलोर से मैथमेटिक्स लेकर पढ़ाई करना। इसके बाद एस्ट्रोफिजिक्स लेकर इसरो से रिसर्च करना।

    गांव के लोगों ने जताई खुशी

    उनकी इस सफलता से उनके गांव आड़षा के जामवाद के लोगों ने काफी खुशी जताई। लोगों का कहना है गांव की यह बेटी ने पुरुलिया के साथ-साथ पश्चिम बंगाल का नाम भी रोशन किया है।

    यह भी पढ़ें: आधार से बायोमेट्रिक जांच करेगा SSC, अगले महीने से होगा लागू; परीक्षा से पहले जान ले पूरा नियम