Sandeshkhali Violence: संदेशखाली पहुंची बंगाल बाल आयोग की टीम, पीड़ित परिवार से पूछा हाल; दिया सुरक्षा का आश्वासन
पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग (WBCPCR) की छह सदस्यीय टीम ने शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाल दुर्व्यवहार से संबंधित घटना के बारे में जानकारी ली। तूलिका दास ने कहा कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने घर में घुसकर मां की गोद से एक बच्चे को फेंका। हमने परिवार से मुलाकात की है और सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
पीटीआई, कोलकाता। Sandeshkhali Violence: पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग (WBCPCR) की छह सदस्यीय टीम ने शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाल दुर्व्यवहार से संबंधित घटना के बारे में जानकारी ली।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने किया संदेशखाली का दौरा
बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष तूलिका दास ने कहा कि कल हमें पता चला कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने घर में घुसकर मां की गोद से एक बच्चे को फेंका। हमने परिवार से मिलने के लिए स्वत: संज्ञान लिया। हम बच्चे की मां से मिले और उन्होंने भोजन, चिकित्सा सहायता और सुरक्षा की मांग की थी। परिवार को सबकुछ मुहैया कराया गया है।
#WATCH | Sandeshkhali: West Bengal Commission for Protection of Child Rights (WBCPCR) reaches Khulna.
— ANI (@ANI) February 17, 2024
Tulika Das, Chairperson, WBCPCR says "Yesterday, we got to know that some unknown person barged into a house and threw a child from the mother's lap. We took suo moto cognizance… pic.twitter.com/bIwTIOnBIR
वहीं, बंगाल बाल अधिकार समिति की सलाहकार सुदेशना रॉय ने कहा कि हम स्थिति का आकलन करने के लिए यहां आए हैं। हमारा कर्तव्य है कि राज्य में हर बच्चे को सुरक्षा प्रदान की जाए और उनके अधिकारों की रक्षा की जाए।
सात माह की बच्ची को फेंका
दरअसल, ग्रामीणों का आरोप है कि संदेशखाली में बदमाशों ने सात माह की बच्ची को उसकी मां की गोद से छीनकर फेंक दिया था। फिलहाल अभी बच्चे का इलाज चल रहा है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम भी कर चुकी है दौरा
उल्लेखनीय है कि एक महीने से अधिक समय पहले स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के परिसर की तलाशी के लिए ईडी के इलाके में जाने के बाद संदेशखाली में तनाव पैदा हो गया था। तृणमूल कांग्रेस नेता अभी भी फरार हैं। इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के प्रतिनिधियों ने भी क्षेत्र का दौरा किया था।
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