पंचायत चुनाव में हिंसा किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं, राज्यपाल ने राज्य चुनाव आयोग को दिए निर्देश
पंचायत चुनाव में नामांकन शुरू होने के साथ ही बंगाल के विभिन्न जिलों में संघर्ष की घटनाएं शुरू हो गई हैं। विभिन्न जगहों पर विरोधी दलों को नामांकन करने से रोके जाने का आरोप है। भाजपा की ओर से इसे लेकर राज्यपाल से गुहार लगाई गई थी।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को कहा कि पंचायत चुनाव में हिंसा किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शांति व सद्भाव कायम रखना पंचायत चुनाव कराने वालों की जिम्मेदारी है। तिरुवनंतपुरम के दौरे पर गए राज्यपाल ने उम्मीद जताई कि बंगाल में पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से होंगे।
शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से हो पंचायत चुनाव
उल्लेखनीय है कि नामांकन शुरू होने के साथ ही बंगाल के विभिन्न जिलों में संघर्ष की घटनाएं शुरू हो गई हैं। विभिन्न जगहों पर विरोधी दलों को नामांकन करने से रोके जाने का आरोप है। भाजपा की ओर से इसे लेकर राज्यपाल से गुहार लगाई गई थी, जिसके बाद राज्यपाल ने राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा को राजभवन तलब कर उन्हें शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से पंचायत चुनाव कराने की व्यवस्था करने को कहा था।
इससे पहले गुरुवार को चुनाव की हुई घोषणा के बाद पहली बार राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा ने शनिवार को राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान राज्यपाल ने सिन्हा से राज्य के विभिन्न हिस्सों में विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने में बाधा देने की आ रही शिकायतों, कानून व्यवस्था की स्थिति और आयोग द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में पूछा।
केंद्रीय बलों को लाने का फैसला कोर्ट में विचाराधीन
राज्यपाल ने सवाल किया कि चुनाव के लिए क्या पर्याप्त फोर्स है? साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि क्या केंद्रीय बल ला रहे हैं? सूत्रों के अनुसार, इसके जवाब में सिन्हा ने कहा कि केंद्रीय बलों को लाने का फैसला आमतौर पर कोर्ट द्वारा लिया जाता है। मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में अदालत ही इसका निर्णय लेगा।
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