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    कोलकाता में दुर्गा पूजा पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम, 17 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती

    By Jagran NewsEdited By: Sumita Jaiswal
    Updated: Sat, 01 Oct 2022 06:43 PM (IST)

    राजधानी कोलकाता समेत पूरा बंगाल इस समय दुर्गापूजा के जश्न में सराबोर है। बंगाल में दुर्गापूजा शनिवार को महाषष्ठी से विधिवत रूप से शुरू हो गई। पंडालों में यूं तो महालया के बाद से ही भीड़ उमड़ रही है लेकिन षष्ठी से नवमी तक जनसैलाब उमडऩे वाला है।

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    निगरानी के लिए पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर 400 चौकियां भी स्थापित की। सांकेतिक तस्‍वीर।

    कोलकाता, राज्य ब्यूरो। राजधानी कोलकाता समेत पूरा बंगाल इस समय दुर्गापूजा के जश्न में सराबोर है। बंगाल में दुर्गापूजा शनिवार को महाषष्ठी से विधिवत रूप से शुरू हो गई। पंडालों में यूं तो महालया के बाद से ही भीड़ उमड़ रही है लेकिन षष्ठी से नवमी तक जनसैलाब उमडऩे वाला है। इन सबके मद्देनजर कोलकाता पुलिस ने दुर्गापूजा पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पूजा में कोई अप्रिय घटना न हो इसलिए चप्पे चप्पे पर पुलिस नजर रखेगी। दुर्गा पूजा में लोगों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के 10,000 जवानों समेत कुल 17,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही भीड़ संभालने व स्थिति पर निगरानी के लिए विभिन्न स्थानों पर पुलिस की 400 चौकियां स्थापित की गई हैं। इसके अलावा पीसीआर की 58 गाडिय़ों और 41 रैपिड एक्शन फोर्स की टीमों को भी लगाया गया है।

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    कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने कहा कि पुलिस की ओऱ से पूर्ण तैनाती चतुर्थी के दिन ही शुरू हुई और यह तैनाती इस त्योहार के समापन तक लगातार बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी जगह अधिक भीड़ जुटती है तो अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने कहा कि चाहे बारिश हो या अधिक भीड़-भाड़ हो, ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि विजया दशमी और मूर्ति विसर्जन के दौरान भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त रहेंगे।

    कोलकाता में होती है छोटी बड़ी 2500 दुर्गा पूजा

    गौरतलब है कि कोलकाता में छोटी बड़ी करीब 2500 दुर्गा पूजा होती है। बड़ी संख्या में पूजा आयोजन के चलते हर साल पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इधर, मौसम विज्ञान विभाग ने दुर्गा पूजा के दौरान दो अक्टूबर को महासप्तमी के दिन बारिश होने का अनुमान लगाया है। उसे ध्यान में रखकर लोगों ने पहले से ही पूजा पंडाल जाने की योजना बना ली है। बता दें कि दुर्गापूजा में कई बड़े पूजा पंडालों ने तृतीया से ही दर्शनार्थियों के लिए पंडाल खोल दिया है।