मुर्शिदाबाद में अब भी खौफ का माहौल, लोग बोले- केंद्रीय बल अगर लौटे तो दोबारा हमला कर सकते उपद्रवी
अधिकारियों ने बताया कि 11 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर और धुलियान में स्थिति नियंत्रण में है। इलाके में बीएसएफ और सीआरपीएफ समेत सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। हालांकि इलाके के लोगों में अब भी खौफ का माहौल है। हिंसा के दौरान लोगों की दुकानों और संपत्तियों को उपद्रवियों ने निशाना बनाया।

जागरण, कोलकाता। पुलिस व केंद्रीय बल की तैनाती के बावजूद मुर्शिदाबाद में लोग अभी भी खौफ में हैं। यहां के हिंसाग्रस्त इलाके सुती, धुलियान और जंगीपुर में लोगों के अंदर डर व्याप्त है। पीड़ितों का कहना है कि उपद्रवियों ने उनका घर-बार सब कुछ जला दिया। उन्हें डर है कि पुलिस व केंद्रीय बल के चले जाने के बाद उन पर फिर से हमला हो सकता है।
बता दें कि पिछले दिनों वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के साथ स्थानीय लोगों के घरों में भी तोड़फोड़ मचाई थी। वहीं दूसरी ओर दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में पुलिस के साथ उपद्रवियों की झड़प के बाद अभी तनाव व्याप्त है।
केंद्रीय मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज
उधर, तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) ने 'हिंसा की फर्जी तस्वीरें' पोस्ट करने के लिए केंद्रीय मंत्री व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के खिलाफ राज्य के कई थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई है। सुकांत मजूमदार पर वक्फ अधिनियम विरोधी प्रदर्शनों के दौरान राज्य में हुई हिंसा के संबंध में इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर फर्जी तस्वीरें और सांप्रदायिक भड़काऊ बातें पोस्ट करने का आरोप लगा है। टीएमसीपी अध्यक्ष त्रिनंकुर भट्टाचार्य के आदेश पर संगठन के सदस्यों ने सोमवार व मंगलवार को विभिन्न थानों में एफआइआर कराई है।
दुकानदार ने बताई अपनी पीड़ा
एएनआई से बातचीत में एक दुकानदार ने बताया कि उसकी पूरी इमारत नष्ट हो गई है। सभी शीशे टूट गए हैं। इमारत का पिछला हिस्सा कमजोर था। लकड़ी की खिड़कियां और दरवाजों को तोड़कर उपद्रवी अंदर घुसे। तोड़फोड़ के अलावा दंगाइयों ने कुछ सामान भी लूटा है।
मेरी इमारत के सामने मेरी एक दुकान है। उन्होंने उस दुकान का शटर भी तोड़ा। सोमवार को बैंक की छुट्टी थी। इस कारण मुझे मंगलवार को सभी पेमेंट मिले। मेरे पास लगभग 13.5 लाख रुपये नकद थे। यह नकद बैंक में जमा करना था। मगर सब चोरी हो गया है। इसके अलावा मेरी दुकान में 7-8 लाख रुपये का फर्नीचर और उपकरण था। लगभग 20-25 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
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