बंगाल की जेलों में बैठकर नेटवर्क फैला रहे आतंकी, खुफिया विभाग अलर्ट
बंगाल में जेलों में बंद आतंकी हाल में गिरफ्तार अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के साथ बातचीत करते पाए गए हैं। इसका सबूत भी पुलिस को मिला है। पिछले दिनों ही पुलिस ने एबीटी के 12 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस सूत्रों की मानें तो ये आतंकी जेल से ही संगठन को बढ़ाने के तरीके के बारे में निर्देश दे रहे थे।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। पुलिस को राज्य की जेलों में बंद आतंकियों के साथ हाल में गिरफ्तार अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के आतंकियों के नियमित बातचीत के सबूत मिले हैं। असम व बंगाल पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में एबीटी के 12 आतंकियों को गिरफ्तार किया है।
आतंकी जेल में भी दिखा रहे थे सक्रियता
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आतंकी जेल से ही संगठन को बढ़ाने के तरीके के बारे में निर्देश दे रहे थे। पुलिस के खुफिया विभाग ने जेल में बंद आतंकियों पर निगरानी कड़ी कर दी है। बता दें कि जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) समेत कई अन्य आतंकी राज्य की जेलों में बंद हैं। खुफिया सूत्रों का दावा है कि पिछले दिनों असम में गिरफ्तार किए गए एबीटी के आतंकी नूर इस्लाम मंडल, अब्बास अली व मिनारुल शेख की मोबाइल फोन पर बातचीत से पता चला है कि वे कैसे जेल में बंद आतंकियों के संपर्क में रहते थे।
राज्य में संगठन फैलाने की कोशिश में थे आतंकी
संगठन के विस्तार को लेकर उनके बीच संवाद हुआ था। सूत्रों ने कहा कि मिनारुल शेख और अब्बास अली कोलकाता के बाहर एक जेल में बंद एक आतंकी के निर्देश पर स्लीपर सेल की आड़ में राज्य में संगठन फैलाने का काम कर रहे थे। नूर इस्लाम मंडल यहां एबीटी माड्यूल का प्रमुख है। एबीटी प्रमुख जसीमुद्दीन रहमानी और सेकंड इन कमांड फरहान इसराक ने जेल कैदियों के बीच संचार बनाए रखने के लिए काम किया।
जेल में बंद हैं एबीटी के 40 आतंकी
मालूम हो कि बंगाल की बहरमपुर, बारुईपुर, दमदम और प्रेसिडेंसी जेल में फिलहाल जेएमबी और एबीटी के करीब 40 आतंकी बंद हैं। इनमें अनवर हुसैन फारूक, मौलाना यूसुफ जैसे कुख्यात आतंकी भी हैं, जिन्हें 2014 में खगड़ागढ़ ब्लास्ट में गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा कौसर उर्फ बोम्बारू मिजान, साजिद उर्फ रहमतुल्लाह भी हैं जिन्हें खगड़ागढ़ और बौद्ध गया विस्फोट से जुड़े होने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा तारिकुल उर्फ सुमन जैसे जेएमबी आतंकी भी हैं।
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