बंगाल में समय से पहले चुनाव के संकेत, गृह मंत्री अमित शाह के बयान से चुनावी हलचल तेज
अमित शाह के बयान से बंगाल में समय से पहले विधानसभा चुनाव की चर्चा तेज हो गई है। उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल तक राज्य में भाजपा सरकार बन जाएगी। मौजूदा सर ...और पढ़ें
-1767111437639.webp)
गृह मंत्री अमित शाह के बयान से चुनावी हलचल तेज (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता : बंगाल में क्या आगामी विधानसभा चुनाव और नई सरकार के गठन की प्रक्रिया निर्धारित समय से पहले पूरी हो जाएगी? गृह मंत्री अमित शाह के बयान ने इस चर्चा को हवा दे दी है। मंगलवार को कोलकाता में संवाददाता सम्मेलन के दौरान शाह ने दो बार स्पष्ट रूप से कहा कि बंगाल का चुनाव अप्रैल में ही संपन्न हो जाएगा।
शाह ने दावा किया कि अगले साल 15 अप्रैल के बाद राज्य में भाजपा की सरकार बन जाएगी और बंगाल के गौरव की पुन: स्थापना का काम शुरू होगा। गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान के बाद बंगाल भाजपा के भीतर चुनावी तारीखों और चरणों को लेकर मंथन शुरू हो गया है।
दरअसल, मौजूदा सरकार का कार्यकाल मई के पहले सप्ताह में समाप्त हो रहा है। बंगाल विधानसभा चुनाव आमतौर पर सात या आठ चरणों में होते हैं, लेकिन शाह के दावे के मुताबिक यदि 15 अप्रैल तक सरकार बननी है तो चुनाव की प्रक्रिया बहुत तेज करनी होगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस स्थिति में मतदान के चरणों की संख्या में कटौती की जा सकती है। यदि चुनाव मार्च के अंत में शुरू होकर अप्रैल के पहले पखवाड़े में खत्म होते हैं, तो यह महज एक या दो चरणों में ही संभव हो पाएगा।
क्यों टल सकता है चुनाव?
बंगाल में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी लगातार दावा कर रहे थे कि मतदाता सूची के काम में बाधा आने पर चुनाव टल सकते हैं और राष्ट्रपति शासन की नौबत आ सकती है लेकिन शाह के रुख ने साफ कर दिया है कि चुनाव टलने के बजाय पहले हो सकते हैं। 14 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होने के बाद चुनाव आयोग मार्च की शुरुआत में ही तिथि की घोषणा कर सकता है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।