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    RG Kar Case: सेमिनार नहीं, किसी और जगह पर हुई थी डॉक्टर के साथ दरिंदगी; CFSL की रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा

    RG Kar Case सीबीआइ को सौंपी गई केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की रिपोर्ट में इस आशय का सनसनीखेज पर्दाफाश हुआ है। गत नौ अगस्त को सेमिनार रूम के जिस कमरे से महिला डॉक्टर का शव बरामद किया गया था वहां दुष्कर्म व हत्या का दृश्य (क्राइम सीन) नहीं है। इससे आशंका जताई गई है कि दुष्कर्म व हत्या की वारदात को किसी और जगह पर अंजाम दिया गया।

    By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Tue, 24 Dec 2024 01:45 AM (IST)
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    दुष्कर्म व हत्या की वारदात सेमिनार नहीं, किसी अन्य जगह पर हुआ: रिपोर्ट।(फोटो सोर्स: जागरण)

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म व हत्या की वारदात में एक सनसनीखेज पर्दाफाश हुआ है। आशंका जताई गई है कि दुष्कर्म व हत्या की वारदात को किसी अन्य जगह पर अंजाम दिया गया। उसके बाद शव को सेमिनार रूम में रखा गया।

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    सेमिनार में नहीं हुआ था डॉक्टर के साथ दुष्कर्म: रिपोर्ट 

    हाल में सीबीआइ को सौंपी गई केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की रिपोर्ट में इस आशय का सनसनीखेज पर्दाफाश हुआ है। बताया गया है कि गत नौ अगस्त को सेमिनार रूम के जिस कमरे से महिला डॉक्टर का शव बरामद किया गया था, वहां दुष्कर्म व हत्या का दृश्य (क्राइम सीन) नहीं है। इससे आशंका जताई गई है कि दुष्कर्म व हत्या की वारदात को किसी और जगह पर अंजाम दिया गया। उसके बाद शव को सेमिनार रूम में रखा गया।

    सेमिनार रूम में हाथापाई का कोई निशान नहीं

    रिपोर्ट में विशेष रूप से उल्लेख किया गया है कि सेमिनार रूम में नीले गद्दे पर पीड़िता और हमलावर के बीच संभावित हाथापाई का कोई निशान नहीं मिला है। आसपास रखे सामान में खरोंच तक नहीं आई है। यहां तक कि सेमिनार रूम के अंदर भी कहीं और इसका कोई निशान नहीं है।

    बता दें कि इस जघन्य वारदात के बाद पीडि़त परिवार और प्रदर्शन कर रहे जूनियर डाक्टरों का एक बड़ा हिस्सा शिकायत कर रहा था कि इस घटना में बहुत सारे सुबूत खो गए हैं।

    संदीप घोष को मिल चुकी है जमानत 

    इससे पहले जानकारी सामने आई थी कि  इस मामले की सीबीआई जांच की प्रगति से प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर असंतुष्ट हैं। जांच के 90 दिन बाद भी सीबीआई द्वारा सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाने से दो प्रमुख आरोपितों अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष व वारदात के समय टाला थाने के प्रभारी रहे अभिजीत मंडल को जमानत मिल चुकी है।

    सीनियर डॉक्टरों के संगठन वेस्ट बंगाल ज्वाइंट प्लेटफार्म आफ डॉक्टर्स ने सीबीआई की निष्क्रियता व आरोपितों की जमानत के खिलाफ कोलकाता के धर्मतल्ला इलाके के डोरिना क्रासिंग में 17 से 26 दिसंबर तक 10 दिनी धरने के लिए पुलिस से अनुमति मांगी है। शनिवार को कोलकाता में जूनियर डॉक्टर, नर्स और अन्य लोगों ने सीबीआई कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था।

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