जादवपुर यूनिवर्सिटी में ABVP ने मनाई रामनवमी, प्रशासन से नहीं मिली थी इजाजत
जादवपुर विश्वविद्यालय में रामनवमी पर एबीवीपी ने प्रशासन की अनुमति के बिना पूजा की और जय श्रीराम के नारे लगाए। एसएफआई द्वारा लगाए गए आजाद कश्मीर के पोस्टरों को भगवान राम की तस्वीरों से ढक दिया गया। इससे पहले प्रशासन ने अनुमति देने से मना कर दिया था। वहीं भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में राम मंदिर की आधारशिला रखी।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित जादवपुर विश्वविद्यालय के परिसर में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं होने के बावजूद आरएसएस के समवैचारिक संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने रविवार को रामनवमी समारोह आयोजित किया।
राम की मूर्ति स्थापित कर छात्र संगठन के सदस्यों ने विधिवत पूजा की। इस दौरान जय श्रीराम के नारे से पूरा परिसर गूंज उठा। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय के तकनीकी भवन के समक्ष लगाए गए आजाद कश्मीर के पोस्टरों को भगवान राम के चित्रों से ढक दिया गया। माकपा की छात्र शाखा स्टूडेंट्स फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआइ) के कुछ सदस्यों की ओर से ये पोस्टर लगाए गए थे।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इजाजत देने से किया था इनकार
बता दें कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने एबीवीपी को परिसर में रामनवमी समारोह आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। प्रशासन ने कहा था कि यह फैसला कई कारकों पर विचार करते हुए लिया गया है, जिसमें जनवरी 2024 में अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर एबीवीपी और वामपंथी छात्रों के बीच हुई झड़प और इससे पहले परिसर में कभी भी रामनवमी नहीं मनाने का कारक शामिल है। वहीं शनिवार को एबीवीपी ने साफ कह दिया था कि वह छह अप्रैल को परिसर में रामनवमी मनाएगी, जबकि एसएफआइ ने संकल्प लिया था कि वह उत्सव नहीं मनाने देगी। इससे गड़बड़ी होने की आशंका बढ़ गई थी।
नंदीग्राम में सुवेंदु ने रखी राम मंदिर की आधारशिला
बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने रविवार को रामनवमी के अवसर पर पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम के सोनाचूरा गांव में अपने निर्वाचन क्षेत्र में राम मंदिर की आधारशिला रखी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।