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    बंगाल के राजभवन में चला तलाशी अभियान, क्या है टीएमसी नेता का कनेक्शन?

    Updated: Mon, 17 Nov 2025 06:12 PM (IST)

    कोलकाता के राजभवन में तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी के आरोपों के बाद तलाशी अभियान चलाया गया। राज्यपाल सीवी आनंद बोस के नेतृत्व में पुलिस और अन्य विभागों ने पूरे परिसर की जांच की। बनर्जी ने राजभवन पर हथियार जमा करने और भाजपा कार्यकर्ताओं को पनाह देने का आरोप लगाया था, जिसके बाद राजभवन ने जांच के लिए दरवाजे खोल दिए थे। इस घटना से राजभवन और तृणमूल सरकार के बीच तनाव और बढ़ गया है।

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    राज भवन में तलाशी अभियान।

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा कोलकाता राजभवन में हथियार और गोला-बारूद इकठ्ठा करने और इसे गुंडों में बांटे जाने के गंभीर आरोपों के बाद बंगाल के राज्यपाल डा सीवी आनंद बोस के निर्देश पर सोमवार को पूरे राजभवन व उसके परिसर में संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया।

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    राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि अपना बाहरी दौरा बीच में ही समाप्त करते हुए राज्यपाल ने कोलकाता वापस लौटकर खुद ही इस संयुक्त तलाशी अभियान का नेतृत्व किया। दोपहर में यह तलाशी अभियान कोलकाता पुलिस, राजभवन की पुलिस चौकी, सीआरपीएफ, बम निरोधक दस्ता व डाग स्क्वायड की टीमों द्वारा चलाया गया। इसके अलावा, आपदा प्रबंधन, नागरिक सुरक्षा विभाग और अग्निशमन विभाग के कर्मी भी इसमें शामिल रहे।

    तलाशी अभियान का किया गया लाइव प्रसारण

    पूरे तलाशी अभियान का लाइव प्रसारण किया गया। इस दौरान मीडिया और नागरिक समाज के सदस्य भी मौजूद रहे। इस दौरान पूरे राजभवन की चप्पे-चप्पे तलाशी ली गई। अभियान को सुविधाजनक बनाने के लिए राजभवन को खाली भी करा लिया गया था।

    मालूम हो कि अक्सर विवादित टिप्पणियों के जाने जाने वाले श्रीरामपुर से तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी ने शनिवार को राज्यपाल बोस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था था कि राजभवन में भाजपा के अपराधियों को पनाह दिया जा रहा है और राजभवन द्वारा हथियार व गोला-बारूद बांटकर तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हमला करने का निर्देश दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक ऐसा राज्यपाल पद पर रहेगा, बंगाल में कुछ भी अच्छा नहीं होगा।

    आरोपों की जांच के लिए पहले ही राजभवन के खोले दरवाजे

    उनके आरोपों के बाद राजभवन ने कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए शनिवार रात में ही एक बयान जारी कर रविवार सुबह पांच बजे से ही राजभवन के दरवाजे को तृणमूल सांसदों, नागरिक समाज और पत्रकारों के लिए खोल दिया, ताकि वे आकर जांच करें कि बनर्जी द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार कोई हथियार और गोला-बारूद जमा है या नहीं। राज्यपाल बोस ने भी बनर्जी की टिप्पणी पर रविवार को कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए उन्हें चुनौती दी कि सांसद आकर दिखाएं कि राजभवन में हथियार व गोला-बारूद कहां रखे हैं। राज्यपाल ने तृणमूल सांसद की राजभवन के बारे में अपमानजनक टिप्पणी व आरोपों को लेकर कानूनी राय भी मांगी है।

    मामले की जांच के लिए लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखेंगे राज्यपाल

    राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी इस मामले की जांच के लिए पत्र लिखेंगे, क्योंकि तृणमूल सांसद ने गंभीर आरोप लगाए हैं। राज्यपाल ने रविवार को कहा कि अगर तृणमूल सांसद अपनी कही बात साबित करने में नाकाम रहते हैं तो बंगाल की जनता से माफी मांगें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। इस पर बनर्जी ने फिर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि राज्यपाल भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। मैं इसे साबित कर दूंगा।

    राजभवन व तृणमूल सरकार के बीच नया नहीं है टकराव

    मालूम हो कि राजभवन व तृणमूल सरकार के बीच टकराव कोई नई बात नहीं है। विभिन्न मुद्दों पर ममता सरकार व राज्यपाल के बीच मतभेद व आरोप-प्रत्यारोप लगातार सामने आते रहे हैं। इससे पहले तृणमूल ने पिछले साल राज्यपाल पर राजभवन की एक अस्थाई महिला कर्मचारी के साथ कथित तौर पर छेडख़ानी का आरोप लगाया था, जिसके बाद दोनों पक्षों में काफी टकराव देखा गया था।

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