Kolkata: हावड़ा में राष्ट्रीय झंडे का अपमान, टुकड़ों में बांटकर कार्यक्रम स्थल पर लगाया; भाजपा ने पुलिस में शिकायत की दी चेतावनी
तिरंगा झंडा की आन बान शान के लिए जहां लोग मर मिटने को तैयार रहते हैं वहीं बंगाल के हावड़ा में इसका अपमान करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस समर्थित जिला ग्रंथागार कर्मचारी संघ की रविवार को होने वाली वार्षिक आम बैठक से पहले कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए बांसों पर राष्ट्रीय झंडा को कई टुकड़ों में बांटकर लगाया गया था।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तिरंगा झंडा की आन बान शान के लिए जहां लोग मर मिटने को तैयार रहते हैं, वहीं बंगाल के हावड़ा में इसका अपमान करने का मामला सामने आया है। वह भी हावड़ा जिला सरकारी पुस्तकालय के ठीक सामने।
कहां की है ये घटना?
आरोप है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस समर्थित जिला ग्रंथागार कर्मचारी संघ की रविवार को होने वाली वार्षिक आम बैठक से पहले कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए बांसों पर राष्ट्रीय झंडा को कई टुकड़ों में बांटकर लगाया गया था। हावड़ा मैदान में स्थित जिला पुस्कालय के मुख्य गेट के ठीक सामने कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए इस दृश्य को शनिवार को देखकर स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए।
राष्ट्रीय झंडे का अपमान
तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि तिरंगे से हरे व गेरुआ रंग का हिस्सा हटाकर सिर्फ सफेद अशोक चक्र वाला हिस्सा बांसों पर लगाया गया था। यह देख वहां जुटे लोगों ने तिरंगे के अपमान को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी।
मंत्री ने लिया एक्शन
वहीं, इस घटना की खबर मिलते ही हावड़ा में तृणमूल के वरिष्ठ नेता व राज्य सरकार में मंत्री अरूप राय के निर्देश पर कार्यक्रम स्थल के पास लगाए गए कटे हुए तिरंगे के अंश को तुरंत हटा दिया गया। मंत्री ने भी इसकी निंदा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय झंडे का इस तरह अपमान करना कतई उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने यह किया है उन्हें अपनी गलती स्वीकार लेनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटना न हो इसको ध्यान में रखना चाहिए। दूसरी तरफ, स्थानीय लोगों व विपक्षी भाजपा ने तिरंगे के अपमान को लेकर आयोजकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा ने शिकायत की दी धमकी
भाजपा के प्रदेश सचिव उमेश राय ने कहा कि तिरंगे का अपमान कर देशद्रोह जैसा अपराध किया है। उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत करने की चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कटाक्ष किया कि तृणमूल के लोगों की बुद्धि भ्रष्ट हो रही है।
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