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    उत्तर 24 परगना के एक स्कूल में पहुंचीं ममता, छात्रों में खिलौने और चाकलेट बांटीं, गरीब के घर किया भोजन

    By Jagran NewsEdited By: PRITI JHA
    Updated: Wed, 30 Nov 2022 04:47 PM (IST)

    ममता ने लोगों की मौजूदगी में डीएम शरद द्विवेदी से कपड़े जल्द से जल्द परिसर में लाने का प्रबंध करने को कहा। इस कार्यक्रम के लिए हजारों लोग आए थे जिसे सरकारी योजना के लाभों और जाति प्रमाण पत्र वितरित करने के लिए आयोजित किया गया था।

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    बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्कूल पहुंचकर छात्रों से बातचीत की।

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता । बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के अपने दौरे के दूसरे दिन बसीरहाट इलाके में एक प्राथमिक स्कूल पहुंचकर छात्रों से बातचीत की। ममता ने इस मौके पर छात्रों के बीच चाकलेट, खिलौने और कपड़े भी बांटे।इस दौरान छात्रों के साथ बातचीत में ममता ने स्कूल में मिल रही सुविधाओं आदि का जायजा भी लिया।

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    इसके बाद उन्होंने हसनाबाद के खापुकुर में स्थानीय लोगों के बीच सर्दी के लिए कपड़े बांटे।इस दौरान स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री से इलाके में भीषण पेयजल संकट की शिकायत की, जिस पर उन्होंने इस समस्या का जल्द हल निकालने का आश्वासन दिया। इसके बाद ममता अचानक एक गांव में एक निर्धन व्यक्ति के घर पहुंच गईं। यहां घरवालों के आग्रह पर ममता ने भोजन भी किया।

    उन्होंने हाथ में ही थाली लेकर यहां भात और आलू- परवल की सब्जी खाया। ममता इस दौरान गांव की महिलाओं के साथ पूरी तरह घुल मिल गईं और एक आम आदमी की तरह उनके साथ बातचीत की।

    एक स्थानीय निवासी मिहिर अधिकारी ने बताया कि हसनाबाद के लोगों को प्रभावित करने वाली एक और समस्या नदी के किनारे का कटाव है। हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री हमारी समस्याओं का हल करेंगी। बता दें कि बंगाल में अगले साल पंचायत चुनाव होने हैं। इससे पहले ममता जिलों का दौरा कर जनसंपर्क बढ़ाने में जुटी हैं।

    एक दिन पहले सरकारी कार्यक्रम के दौरान ममता ने खो दिया था आपा, अपर्याप्त प्रबंधों के लिए डीएम को लगाई थी फटकार

    बता दें कि एक दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को उत्तर 24 परगना के हिंगलगंज में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान अपर्याप्त प्रबंधों को देख अपना आपा खो बैठी थीं और अपना भाषण बीच में ही रोककर कुछ देर के लिए मंच पर बैठ गईं। मुख्यमंत्री ने हजारों लोगों की भीड़ के बीच वहां मौजूद जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) व अन्य अधिकारियों को कंबल एवं गर्म कपड़े कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंचा पाने के लिए कड़ी फटकार लगाई, जो वह स्थानीय लोगों में वितरित करने के लिए लाई थीं।

    ममता ने लोगों की मौजूदगी में डीएम शरद द्विवेदी से कपड़े जल्द से जल्द परिसर में लाने का प्रबंध करने को कहा। इस कार्यक्रम के लिए हजारों लोग आए थे, जिसे सरकारी योजना के लाभों और जाति प्रमाण पत्र वितरित करने के लिए आयोजित किया गया था। ममता ने डीएम से कहा, मैं स्थानीय लोगों के लिए 15,000 गर्म कपड़े, कंबल लाई हूं। आपने उन्हें कहां रखा है? जब बताया गया कि इसे बीडीओ के दफ्तार में रखा गया है, तो उन्होंने सवाल किया कि वहां क्यों रखा गया है। उन्हें तुरंत मेरे पास लाइए। आप जब तक उन्हें लेकर नहीं आते, मैं कार्यक्रम को आगे नहीं बढ़ाऊंगी... मैं यहां इंतजार करूंगी। करीब 15 मिनट बाद परिसर में शाल लाई गईं,तब तक मुख्यमंत्र कार्यक्रम रोककर मंच पर चुपचाप बैठी रहीं। इसके बाद उन्होंने खुद स्थानीय महिलाओं के बीच करीब 1,000 शाल वितरित किए।