Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    West Bengal Politics : ममता ने कोलकाता में नवनिर्मित 'जय हिंद' ब्रिज को जनता को किया समर्पित

    By Vijay KumarEdited By:
    Updated: Thu, 03 Dec 2020 08:58 PM (IST)

    तोहफा-सितंबर 2018 में पुराने पुल के ढह जाने के बाद 300 करोड़ की लागत से नए ब्रिज का निर्माण। बोस की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में नए माझेरहाट ब्रिज का नाम जय हिंद रखा है। कुछ दिनों पहले फोटो खिंचाने के लिए ब्रिज के उद्घाटन की मांग कर रहे थे।

    Hero Image
    125वीं जयंती के उपलक्ष्य में दो दिन पहले माझेरहाट ब्रिज का नाम 'जय हिंद' रखे जाने की घोषणा की थी।

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महानगर को दक्षिण 24 परगना जिला से जोडऩे वाली सबसे महत्वपूर्ण माझेरहाट ब्रिज (नया नाम जय हिंद ब्रिज) का गुरुवार को उद्घाटन करने के साथ इसे जनता को समर्पित कर दिया। सितंबर 2018 में पुराने पुल के ढह जाने के बाद उसके स्थान पर नए पुल का निर्माण किया गया है, जिसपर 300 करोड़ से ज्यादा की लागत आई है। दो दिन पहले मंगलवार को ममता ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अगले साल 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में कोलकाता में नवनिर्मित इस माझेरहाट ब्रिज का नाम 'जय हिंद' रखे जाने की घोषणा की थी। गुरुवार शाम पांच बजे मुख्यमंत्री ने 650 मीटर लंबे इस ब्रिज का उद्घाटन किया। नवनिर्मित माझेरहाट ब्रिज 650 मीटर लंबा और 22 मीटर चौड़ा है। ममता ने उद्घाटन के मौके पर कहा कि पहले यह दो लेन का ब्रिज था जबकि अब इसे चार लेने का बनाया गया है। पुराने ब्रिज की भार वहन क्षमता 155 टन थी जबकि नए ब्रिज की भार वहन क्षमता 385 टन होगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ब्रिज के ढहने के बाद लोगों को लंबे समय तक जो परेशानियां झेलीं

    इस मौके पर ममता ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि ब्रिज के ढहने के बाद लोगों को लंबे समय तक जो परेशानियां झेलनी पड़ी है अब उन्हें आवागमन में असुविधा नहीं होगी। ममता ने इस ब्रिज के उद्घाटन में देरी के लिए केंद्र सरकार पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र का यदि सहयोग मिला रहता तो नौ महीने पहले ही यह ब्रिज शुरू हो गया होता। ममता ने आरोप लगाया कि रेलवे लाइन के उपर बने इस ब्रिज के लिए रेलवे की ओर से परमिशन देने में आनाकानी की जा रही थी, जिसके चलते उद्घाटन में नौ महीने की देरी हुई। 

    कुछ दिनों पहले सिर्फ फोटो खिंचाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे

    उन्होंने यह भी दावा किया कि केंद्र ने इस ब्रिज के निर्माण में एक रुपये की भी मदद नहीं की उल्टे रेलवे ने पुराने ब्रिज को तोडऩे व परमिशन देने के लिए राज्य सरकार से 34 करोड़ रुपये लिए हैं। ममता ने कहा कि इस ब्रिज के निर्माण में कुल 311 करोड़ रुपये की लागत आई हैं, जिसका पूरा खर्च राज्य सरकार ने वहन किया है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा व केंद्र सरकार सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करती है और बंगाल को रोज धमकी दिया जाता है, लेकिन जहां ब्रिज बनाने व लोगों की मदद की बात आती है तो वह पीछे हट जाती है। उन्होंने भाजपा नेताओं की इस बात की भी कड़ी आलोचना की कि कुछ दिनों पहले सिर्फ फोटो खिंचाने के लिए वे इस ब्रिज के उद्घाटन की मांग पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।