'मुझे अपमानित करें... बंगाल को नहीं', लंदन जाने से पहले ममता बनर्जी बोलीं- मेरे खिलाफ झूठ फैलाया जा रहा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 22 मार्च को लंदन जा रही हैं। उनको ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में बुलाया गया है। इसके बाद वहां वह ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 22 मार्च को लंदन जा रही हैं। उनको ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में बुलाया गया है। इसके बाद वहां वह कई और कार्यक्रमों में शामिल होंगी। अपनी लंदन यात्रा के बारे में ममता बनर्जी ने कहा है कि उनके नहीं रहने पर मंत्रालय में मंत्री काम करने के लिए रहेंगे।
गलत बातें फैला रहे कुछ लोग
ममता ने कहा कि जब हमारे देश के नेता बाहर जाते हैं तो हम लोग उनके खिलाफ कुछ नहीं कहते, लेकिन यहां पर कुछ ऐसे लोग हैं जो हमारे खिलाफ व्हाट्सएप और ईमेल पर दुष्प्रचार करते हैं। कुछ लोग लंदन यात्रा के दौरान गलत बातें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वे लोग कुछ झूठी बातें बनाकर उसे व्हाट्सएप ग्रुप में भेज रहे हैं। वे ईमेल भेज रहे हैं। वे बंगाल को अपमानित करने की कोशिश कर रहे हैं। कृपया मुझे अपमानित करें, बंगाल को नहीं। हमें कुछ ईमेल और कुछ व्हाट्सएप मिले हैं।

ईर्ष्या की कोई दवा नहीं
ममता बनर्जी ने कहा कि वे हमें बदनाम करना चाहते हैं। ईर्ष्या की कोई दवा नहीं है। मेरे खिलाफ विदेश में जो भी ईमेल भेज रहे हैं, वे गणशत्रु हैं। मार्क्सवादी, अति वामपंथी और सांप्रदायिक पार्टी जो देश को बांटना चाहती है, उनमें कोई अंतर नहीं है।
27 मार्च को ममता बनर्जी का व्याख्यान
सीएम बनर्जी ने आगे कहा कि मैं भले ही विदेश में रहूं, लेकिन किसी भी आपात स्थिति में मुख्यमंत्री सचिवालय के प्रमुख मनोज पंत और मैं फोन पर उपलब्ध रहेंगे। पार्टी के कार्यों को सुब्रत बक्शी और अभिषेक बनर्जी देखेंगे। ममता 21 मार्च को लंदन के लिए रवाना होंगी, और उनका व्याख्यान 27 मार्च को निर्धारित है। इसके बाद, वह 28-29 मार्च के बीच कोलकाता लौटेंगी। उनके इस दौरे को केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह मंजूरी दी थी।
पीएम ने कहा था कि विदेश जाना चाहिए
ममता बनर्जी ने कहा कि नीति आयोग के कार्यक्रम में एक बार पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि विदेश जाना चाहिए, इससे निवेश आता है। मगर कई बार बाहर जाने के पहले हमें क्लीयरेंस नहीं देते हैं। मैं नहीं भी ले सकती थी लेकिन मैं हमेशा क्लीयरेंस लेती हूं। मैं आशा करूंगी कि जब हमारे देश के नेता बाहर जाते हैं तो हम लोग उनके खिलाफ कुछ नहीं कहते लेकिन यहां पर कुछ ऐसे लोग हैं, जो हमारे खिलाफ व्हाट्सएप और ईमेल पर दुष्प्रचार करते हैं।

ममता ने नागपुर में हुई हिंसा की निंदा की
गुरुवार को सीएम ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा की निंदा की और कहा कि भारत विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। राज्य सचिवालय में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने इस मुद्दे पर ज्यादा कुछ बोलने से परहेज किया और कहा कि मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहती। मगर हम इस हिंसा की निंदा करते हैं। हमारा देश विविधता में एकता के लिए जाना जाता है।
बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद मैं सांप्रदायिक सद्भाव की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरी। मैं नागपुर की स्थिति पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके इंडिया गठबंधन के सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे इस पर टिप्पणी करेंगे।

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