Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'Coronavirus' को खाकर खत्‍म करेंगे बंगाल के लोग, मिठाई प्रेमियों ने ढूंढ लिया अलग-अलग स्वाद

    By Sachin Kumar MishraEdited By:
    Updated: Mon, 06 Apr 2020 05:11 PM (IST)

    Corona Sweet. कोलकाता में एक मिठाई दुकानदार ने कोरोना वायरस के जैसी दिखने वाली मिठाई बनाई है।

    'Coronavirus' को खाकर खत्‍म करेंगे बंगाल के लोग, मिठाई प्रेमियों ने ढूंढ लिया अलग-अलग स्वाद

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Corona Sweet. कोरोना वायरस किसी काल की तरह भारत समेत पूरी दुनिया में हजारों जानें ले चुकी हैं और लाखों को अस्पताल पहुंचा चुका है। बंगाल में भी दर्जनों लोग कोरोना से पीड़ित होकर अस्पताल में भर्ती है। परंतु, इन सबके के बीच बंगाल के मिठाई प्रेमियों ने इस महामारी बीमारी कोरोना में भी मीठा का स्वाद तलाश लिया है। बंगाल में इस महामारी के चिन्ह को एक मीठा रूप दिया जा रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दरअसल कोलकाता में एक मिठाई दुकानदार ने कोरोना वायरस के जैसी दिखने वाली मिठाई बनाई है। वैसे कोरोना से पूरे विश्व में दहशत है लेकिन मिठाई के रूप में इसे देखकर किसी का भी मन ललचा जाएगा।

    पिछले दिनों ममता सरकार ने मिठाई दुकानों को चार घंटे के लिए खोलने की छूट दी थी। मिठाई दुकानें बंद होने से वहां रोज हजारों लीटर दूध बर्बाद हो रहा था। इस वजह से राज्य सरकार ने यह फैसला किया था। मिठाई की दुकानें खुलीं तो इसके शौकीनों के चेहरे भी खिल उठे। इसी सिलसिले में कोलकाता में एक कंफेक्शनरी वर्कशॉप में कोरोना वायरस जैसे दिखने वाली मिठाई बनाई।

    मिठाई की दुकानें खोलने के साथ ही ममता सरकार ने गाइडलाइन जारी की है। दुकान में दो से ज्यादा कर्मचारी नहीं होंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करने के लिए कहा गया है। पश्चिम बंगाल मिष्ठान व्यवसायी समिति सहित कई संगठनों ने दूध की बर्बादी रोकने के लिए लॉकडाउन के दौरान मिठाई दुकानों को खोलने की छूट देने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से गुहार लगाई थी। इसके बाद सरकार ने उन्हें राहत देते हुए शर्तों के साथ हर दिन 4 घंटे के लिए मिठाई दुकानों को खोलने की छूट दी।

    बता दें कि बंगाली मिठाई के बेहद शौकीन माने जाते हैं। मिठाई के लिए इनका प्यार दुनियाभर में मशहूर है। कोलकाता के रसोगुल्ला की बात ही अलग है लेकिन लॉकडाउन के कारण दूध की डिमांड पूरी तरह बंद थी। इस वजह हर रोज हजारों लीटर दूध के बर्बाद हो रहा था। कई जगहों से दूध को नालों को बहाने की भी खबर सामने आई थी। 

    बंगाल की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें