Kolkata: कोलकाता एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन के 100 वर्ष पूरे, AAI मनाएगा जश्न; शामिल होंगे केंद्रीय उड्डयन मंत्री
कोलकाता हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन के 100 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर एएआइ जश्न मनाने की तैयारी कर रहा है। AAI ने एक्स पर कहा- भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण गर्व के साथ कोलकाता एयरपोर्ट के 100वां गौरवशाली वर्ष मना रहा है। यह एक ऐसा प्रवेशद्वार है जिसने दुनिया को बंगाल की आत्मा से सहजता से जोड़ा है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) कोलकाता हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन के 100 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
कोलकाता एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन 1924 में शुरू हुआ था। एएआइ की ओर से रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा गया- भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण गर्व के साथ कोलकाता एयरपोर्ट के 100वां गौरवशाली वर्ष मना रहा है। यह एक ऐसा प्रवेशद्वार है जिसने दुनिया को बंगाल की आत्मा से सहजता से जोड़ा है। मूल रूप से दमदम एयरपोर्ट के नाम से जाना जाने वाला यह प्रतिष्ठित एयरपोर्ट कालातीत प्रतिभा का प्रमाण है, जहां इतिहास फुसफुसाता है, संस्कृति फलती-फूलती है और आसमान एक हो जाता है। उत्कृष्टता की एक शताब्दी, दुनिया का सिटी आफ ज्वाय में स्वागत!
The Airports Authority of India proudly celebrates 100 Glorious Years of #KolkataAirport @aaikolairport, a gateway that has seamlessly bridged the world with the soul of #WestBengal. Originally known as #DumDumAirport, this Iconic Airport stands as a testament to Timeless… pic.twitter.com/4PN3pmQ6av
— Airports Authority of India (@AAI_Official) December 8, 2024
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (एनएससीबीआइ), कोलकाता के सूत्रों के अनुसार, शताब्दी समारोह दिसंबर के तीसरे सप्ताह से शुरू होगा और अगले साल मार्च के अंत तक जारी रहेगा।
सूत्रों ने बताया कि हवाई अड्डे के 100 साल पूरे होने के अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू के मौजूद रहने की संभावना है। साथ ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस अवसर पर मौजूद रह सकती हैं।
एनएससीबीआइ हवाई अड्डे के निदेशक डॉ. प्रवत रंजन बेउरिया ने बताया कि शताब्दी समारोह के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें ऐतिहासिक प्रदर्शनियां, सांस्कृतिक कार्यक्रम, हस्ताक्षर अभियान और पैनल चर्चाएं जैसे कार्यक्रम भी होंगे। कोलकाता एयरपोर्ट की स्थापना 1900 के दशक की शुरुआत में कलकत्ता एयरोड्रोम के रूप में की गई थी। बाद में इसका नामकरण नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर कर दिया गया था।
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