बांग्लादेश में फिर हिंदू मंदिर को बनाया गया निशाना, काली मंदिर में हुई लूट; इस्कॉन ने क्या कहा?
बांग्लादेश में फैली अशांति के बीच इस्कॉन कोलकाता ने बांग्लादेश में एक काली मंदिर में लूट का आरोप लगाया है। इस संबंध में इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने एक वीडियो साझा किया। उन्होंने इस वीडियो के साथ लिखा कि लालमोहन घाट इलाके में तुषभंडार जमींदार बाड़ी में स्थित भवतारिणी काली मंदिर से देवी के सारे गहने लूट लिए गए।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। इस्कॉन कोलकाता ने बांग्लादेश में एक काली मंदिर में लूट का आरोप लगाया है। दरअसल, इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने प्रमाण के तौर पर एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। हालांकि, जागरण इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
इस वीडियो के साथ राधारमण दास ने लिखा है कि बांग्लादेश के लालमोहन घाट इलाके में तुषभंडार जमींदार बाड़ी में स्थित भवतारिणी काली मंदिर से देवी के सारे गहने लूट लिए गए। शुक्रवार सुबह जब पुजारी वहां आए तो उन्होंने मंदिर का द्वार टूटा देखा। बदमाश सब कुछ लूटकर ले गए थे।
इस्कॉन कोलकाता ने लगाए आरोप
बता दें कि राधारमण दास ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी नहीं छोड़ा जा रहा है। ऐसा चलता रहा तो बांग्लादेश में रह रहे हिंदू कहां पूजा-अर्चना करेंगे? मालूम हो कि बांग्लादेश में कई मंदिरों पर हमले की घटनाएं सामने आई हैं। अधिकांश मामलों में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। राधारमण दास ने इससे पहले भी बांग्लादेश में दो मंदिरों पर हमले का वीडियो पोस्ट किया था।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद हिंदुओं और अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। पिछले दिनों हिंदू संन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार कर लिया गया। इस गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया।
हालांकि, बांग्लादेश की चटगांव की अदालत ने हिंदू संन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को जमानत देने से इनकार कर दिया था। हिंदू संत को जमानत ना मिलने पर इस्कॉन कोलकाता ने इसको दुखद बताया था। चिन्मय कृष्ण दास को जमानत ना मिलने पर इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने कहा कि सुनवाई के दौरान एक अच्छी बात यह रही कि अदालत में वकीलों ने चिन्मय दास का पक्ष रखा। इससे पहले सुनवाई के दौरान वकीलों को पक्ष रखने की अनुमति नहीं मिली थी। उन्होंने कहा था कि यह दुखद है कि उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया।
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