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    Gangasagar Mela 2025: गंगासागर के भाजपा नेताओं की मांग, पीएम मोदी भी पधारें पुण्य धाम

    Updated: Tue, 14 Jan 2025 03:28 PM (IST)

    गंगासागर में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। इस बीच स्थानीय बीजेपी के नेताओं ने इच्छा जताई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कभी उनके पुण्य धाम में पधारें। भाजपा के सागर-2 नंबर मंडल के प्रभारी शुभंकर पात्र ने कहा कि पीएम मोदी जैसे कुंभ मेले में जाते हैं हम चाहते हैं कि उसी तरह एक बार गंगासागर भी आएं। लाखों की संख्या में लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।

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    गंगासागर मेले में तीर्थयात्रियों की सेवा में जुटी स्थानीय भाजपा नेताओं की टीम। (फोटो - जागरण)

    विशाल श्रेष्ठ, जागरण, गंगासागर। प्रयागराज में लगे महाकुंभ में मंगलवार को डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान किया। ठीक ऐसे ही गंगासागर में भी मकर संक्रांति के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था डुबकी लगाई। इस बीच गंगासागर के भाजपा नेता चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कभी उनके पुण्य धाम में पधारें।

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    गंगासागर में 2017 से तीर्थयात्री सेवा शिविर लगाते आ रहे भाजपा के सागर-2 नंबर मंडल के प्रभारी शुभंकर पात्र ने कहा कि पीएम मोदी जैसे कुंभ मेले में जाते हैं, हम चाहते हैं कि उसी तरह एक बार गंगासागर भी आएं। उनके आने से यहां भाजपा के राज्य नेताओं की सक्रियता बढ़ेगी, जो इतने बड़े धार्मिक मेले को लेकर पूरी तरह से निष्क्रिय हैं।

    जगह-जगह लगे बैनर पोस्टर

    स्थानीय भाजपा नेताओं की ओर से गंगासागर में जगह-जगह पीएम मोदी की तस्वीर वाले होर्डिंग्स-बैनर लगाए गए हैं। वहीं, मकर संक्रांति पर पुण्य स्नान करने गंगासागर आए बंगाल भाजपा के अध्यक्ष व केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि हम गंगासागर के पार्टी नेताओं की इस मांग का सम्मान करते हैं और भविष्य में पीएम मोदी को यहां लाने का पूरा प्रयास करेंगे।

    मेले को लेकर आरोप प्रत्यारोप तेज

    गौरतलब है कि गंगासागर मेले को लेकर केंद्र व बंगाल सरकार में आरोप-प्रत्यारोप तेज होता जा रहा है। गंगासागर मेले के आयोजन का दायित्व प्राप्त बंगाल के खेल मंत्री अरुण विश्वास ने केंद्र पर गंगासागर मेले की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।

    उन्होंने कहा कि केंद्र कुंभ व अन्य धार्मिक मेलों पर करोड़ों रुपये खर्च करता है, लेकिन गंगासागर मेले के लिए एक पैसा नहीं देता। गंगासागर मेले कोअब तक राष्ट्रीय मेले का दर्जा भी नहीं दिया गया है। इसके जवाब में केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि केंद्र गंगासागर मेले के लिए बहुत कुछ करना चाहता है, लेकिन बंगाल सरकार इसमें बाधा देती है। उसने इस मेले को हाईजैक कर लिया है।

    उन्होंने कहा कि गंगासागर मेले में हर जगह सिर्फ बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर वाले बैनर होर्डिंग्स लगे दिखते हैं। स्थानीय भाजपा नेताओं की ओर से कुछ जगहों पर पीएम मोदी के पोस्टर होर्डिंग्स लगाए गए थे। उनमें से कुछ को तृणमूल नेताओं ने हटा दिया है। हमने गंगासागर में तोरण द्वार बनवाने की भी अनुमति मांगी थी, वह भी नहीं दी गई। अगली बार अनुमति नहीं दिए जाने पर हम कलकत्ता हाई कोर्ट का रूख करेंगे।

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