'भारत से युद्ध की कोशिश कर रहा बांग्लादेश' ममता सरकार के मंत्री ने क्यों किया ऐसा दावा?
पश्चिम बंगाल के कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि बांग्लादेश सरकार योजनाबद्ध तरीके से भारत के साथ युद्ध कराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर भारत अपनी सीमा पर कंटीले तार लगा रहा है तो इसमें बांग्लादेश को क्यों आपत्ति है। ममता सरकार में वरिष्ठ मंत्री चट्टापोध्याय ने दो टूक कहा कि हम अपनी धरती पर कुछ भी कर सकते हैं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ को कांटेदार तार की बाड़ लगाने के काम में बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) द्वारा बाधा दिए जाने की हालिया घटनाओं के बीच राज्य के कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि बांग्लादेश सरकार योजनाबद्ध तरीके से भारत के साथ युद्ध कराने की कोशिश कर रही है।
शनिवार को यहां एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार खुद अच्छी स्थिति में नहीं है। यूनुस अपने देश के लोगों का विश्वास खो रहे हैं। इसलिए वह लोगों को भरमाने के लिए चरमपंथियों के माध्यम से उत्तेजना फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
हम अपनी धरती पर कुछ भी कर सकते हैं: शोभनदेव चट्टोपाध्याय
उन्होंने कहा कि अगर भारत अपनी सीमा पर कंटीले तार लगा रहा है तो इसमें बांग्लादेश को क्यों आपत्ति है। ममता सरकार में वरिष्ठ मंत्री चट्टापोध्याय ने दो टूक कहा कि हम अपनी धरती पर कुछ भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा,'मुझे लगता है कि बांग्लादेश को कुछ पड़ोसी देश सहयोग कर रहे हैं। संभवत: उनका इशारा चीन व पाकिस्तान की तरफ था।
उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार को बांग्लादेश के मामले में और सकारात्मक कदम उठाना चाहिए। उन्होंने मोदी सरकार की भी आलोचना की। कहा कि केंद्र सरकार देश की जनता को बांग्लादेश मुद्दे पर भरमा रही है।
केंद्र के इशारे पर घुसपैठ की अनुमति दी जा रही: ममता सरकार
इधर, मंत्री का बयान इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है क्योंकि मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने हाल में बीएसएफ पर बांग्लादेश से सीमा के जरिए घुसपैठ को बढ़ावा देने का गंभीर आरोप लगाया था।
ममता ने हाल में प्रशासनिक बैठक में कहा था कि बंगाल को अस्थिर करने के लिए केंद्र के इशारे पर बीएसएफ सीमा से घुसपैठ की अनुमति दे रही है। हालांकि बांग्लादेश संकट के मुद्दे पर ममता लगातार कहती आ रही है कि विदेश संबंधी मामले में उनकी सरकार हमेशा केंद्र के साथ खड़ी है।
बता दें कि बीते सोमवार को दोनों देशों के सीमा बलों के बीच उस समय तनाव पैदा हो गया था जब बीजीबी ने मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बाड़ (तारबंदी) लगाने पर आपत्ति जताई, जिसके बाद काम को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा था। मालदा के बाद दक्षिण दिनाजपुर जिले में भी बीजीबी ने बाड़ लगाने के काम पर आपत्ति जताई है।
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