Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आरजी कर कांड: अकेले दरिंदगी की वारदात को अंजाम देना मुमकिन, दिल्ली की विशेषज्ञ टीम ने रिपोर्ट में किया दावा

    Updated: Thu, 26 Dec 2024 10:28 PM (IST)

    विशेषज्ञ टीम ने सीबीआई को सौंपी अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की वारदात को अकेले शख्स द्वारा अंजाम देना संभव है। यह भी राय व्यक्त की है कि फोरेंसिक विशेषज्ञों की विभिन्न वैज्ञानिक व्याख्यात्मक रिपोर्टों के साथ घटना के साक्ष्यों की तुलना करके घटना के बारे में और अधिक निश्चित किया जा सकता है।

    Hero Image
    दिल्ली की विशेषज्ञ टीम ने सौंपी अपनी रिपोर्ट।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। दिल्ली की विशेषज्ञ टीम ने सीबीआई को सौंपी अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की वारदात को अकेले शख्स द्वारा अंजाम देना संभव है। यह भी राय व्यक्त की है कि फोरेंसिक विशेषज्ञों की विभिन्न वैज्ञानिक व्याख्यात्मक रिपोर्टों के साथ घटना के साक्ष्यों की तुलना करके घटना के बारे में और अधिक निश्चित किया जा सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें कि इस वर्ष नौ अगस्त को हुई वारदात में मुख्य आरोपित सिविक वालंटियर संजय राय को गिरफ्तार किया गया है। वारदात के बाद पीड़िता के माता-पिता व जूनियर डॉक्टरों का आरोप था कि घटना में एक से अधिक लोग शामिल हैं।

    पीड़िता की पोस्टमार्टम व अन्य रिपोर्ट के पुनर्मूल्यांकन के लिए सीबीआई के अनुरोध पर दिल्ली एम्स के फोरेंसिक मेडिसिन के प्रोफेसर आदर्श कुमार की अध्यक्षता में 11 विशेषज्ञों के साथ मल्टी इंस्टीट्यूशनल मेडिकल बोर्ड (एमआईएमबी) का गठन किया गया था।

    सीबीआई ने पूछे नौ सवाल

    टीम में फोरेंसिक मेडिसिन के तीन, स्त्री रोग, आर्थोपेडिक्स, सर्जरी और नेत्र विज्ञान के दो-दो विशेषज्ञ शामिल थे। सीबीआई ने एमआईएमबी से वारदात के बारे में कुल नौ सवाल पूछे थे। रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने बताया है कि पीड़िता के शरीर के कई हिस्सों पर काट खाने के निशान पाए गए हैं। उन सभी जगहों से इकट्ठा किए गए लार के नमूने सिविक वालंटियर की लार से मेल खा गए। इसके अलावा पीड़िता के शरीर से वीर्य नहीं पाया गया, इसका यह मतलब नहीं है कि उसके प्राइवेट पार्ट में लिंग का प्रवेश नहीं किया गया है।

    प्राइवेट पार्ट में मिले निशान

    पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में जबरन प्रवेश के निशान मिले हैं, जो कोई वस्तु भी हो सकती है। जैसा कि दिल्ली के निर्भया कांड में देखने को मिला था। रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने कहा है कि दम घुटने से पीड़िता की मौत हुई है। रिपोर्ट में पीड़िता के पोस्टमार्टम के दौरान कुछ अनियमितताओं की बात कही गई है। मसलन पोस्टमार्टम के दौरान कमरे में कई लोग मौजूद थे, कई लोग मोबाइल से तस्वीरें ले रहे थे और वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे जो पूरी तरह से अवैध है।

    माता-पिता ने जारी किया वीडियो संदेश

    महिला डॉक्टर के माता-पिता ने पहली बार हिंदी में वीडियो संदेश जारी कर पूरे देश की जनता से उनके संघर्ष से जुड़ने की अपील की है। दैनिक जागरण से बातचीत में मृतका के पिता ने कहा, 'हमें ठीक से हिंदी बोलनी नहीं आती, फिर भी हमने टूटी-फूटी हिंदी में अपनी बात रखने की कोशिश की है ताकि पूरे देश की जनता को अपनी असहनीय पीड़ा से अवगत करा सके।'

    यह भी पढ़ें: NDA की बैठक में भाजपा ने बनाई दिल्ली विधानसभा चुनाव की रणनीति, पहली बार इन दलों के नेता करेंगे BJP के पक्ष में प्रचार

    यह भी पढ़ें: कोई PhD तो कोई MA का छात्र, 'पुष्पा' के घर पर तोड़फोड़ करने वालों का सामने आया कच्चा चिट्ठा