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    Bengal News: एक दशक पहले हुआ था ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस ट्रेन हादसा, आज भी नहीं मिला 24 लोगों का सुराग

    By Jagran NewsEdited By: Shalini Kumari
    Updated: Sun, 04 Jun 2023 04:59 PM (IST)

    ज्ञानेश्वरी ट्रेन हादसे को एक दशक से ज्यादा हो चुका है लेकिन वो हादसा इतना भयावह था कि आज भी उस हादसे का शिकार हुए 24 लोगों का सुराग भी नहीं मिला है। जिसके कारण उनके परिजनों को इतने सालों के बाद भी मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिल पाया है।

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    ज्ञानेश्वरी ट्रेन हादसे में गायब 24 लोगों का अब तक नहीं मिला सुराग

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। ओडिशा के बालेश्वर में हुए भयावह ट्रेन हादसे ने एक दशक पहले हुए ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस हादसे की बुरी यादों को फिर से सबके जेहन में उभार दिया है। इस रेल हादसे में 149 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी, जबकि सैकड़ों लोग घायल हो गए थे। इस हादसे में तीन दर्जन लोग गायब हो गए थे, जिनमें से 24 लोगों का सुराग अब तक नहीं मिला है।

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    हादसे के 13 साल बाद भी नहीं मिला सुराग

    इस हादसे में लापता हुए 24 लोगों का आधिकारिक तौर पर अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। इसी कारण उनके स्वजनों को अब तक उनका मृत्यु प्रमाण-पत्र नहीं मिल पाया है। बंगाल के हावड़ा जिले के सलकिया इलाके की रहने वाली पौलमी आट्य तब पांच साल की थी, जब उसके पिता प्रसेनजीत आट्य ज्ञानेश्वरी ट्रेन हादसे के बाद लापता हो गए थे।

    अब वह 18 साल की हो चुकी हैं, पौलमी ने पिछले साल अपनी मां को भी खो दिया है। पौसमी ने बताया कि 13 साल बीत गए हैं, लेकिन अब तक उनके पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिल सका है।

    एक पत्नी और दो बेटों को खोया

    कोलकाता के हेयर स्ट्रीट थाना इलाके के सुरेंद्र सिंह ने भी उस ट्रेन हादसे में अपनी पत्नी व दो बेटों को खो दिया था। उन्होंने बताया कि पत्नी नीलम व एक बेटे राहुल का आज तक पता नहीं चल पाया है, इसलिए उन्हें 'लापता' की श्रेणी में रखा गया है। ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस हादसे में 37 ऐसे क्षत-विक्षत शव मिले थे, जिनकी शिनाख्त नहीं हो पा रही थी।

    डीएनए टेस्ट के जरिए हुई शवों की शिनाख्त

    डीएनए टेस्ट से किसी तरह उनमें से 13 की पहचान की गई। 24 को लावारिस बताकर कोलकाता के तीन शव गृहों में भेज दिया गया। उल्लेखनीय है कि ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस हादसा 28 मई, 2010 को बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में सरडिहा व खेमाशुली स्टेशनों के बीच हुआ था। हावड़ा से मुंबई जा रही ट्रेन रात के करीब डेढ़ बजे एक मालगाड़ी से टकरा गई थी।