बंगाल के राज्यपाल ने BSF के 21 जांबाजों को राष्ट्रपति पुलिस पदक से किया सम्मानित; कहा- आपकी मुस्तैदी से ही चैन से सोता है देश
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने कोलकाता में बीएसएफ के वार्षिक अलंकरण समारोह में 21 जवानों को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया। उन्ह ...और पढ़ें

बंगाल के राज्यपाल ने बीएसएफ के 21 जांबाजों को किया सम्मानित, बोले- देश आपकी मुस्तैदी से सुरक्षित। जागरण
राजीव कुमार झा,कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) के प्रहरियों के समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा की मंगलवार को सराहना करते हुए कहा कि जब तक वे हमारी सीमाओं पर खड़े हैं, तब तक देश पूरी तरह सुरक्षित है।
बीएसएफ के जवानों व अधिकारियों को सलाम करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आपकी निष्ठा, साहस व समर्पण को शब्दों में व्यक्त करना कठिन है। आप भारत माता के सच्चे प्रहरी हैं। राज्यपाल बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तत्वावधान में कोलकाता के राजारहाट न्यूटाउन स्थित स्टेट बैंक लीडरशिप इंस्टीट्यूट में आयोजित बल के विशेष वार्षिक अलंकरण समारोह-2025 को संबोधित कर रहे थे।
बीएसएफ के जवानों व अधिकारियों को सलाम करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आपकी निष्ठा, साहस व समर्पण को शब्दों में व्यक्त करना कठिन है। आप भारत माता के सच्चे प्रहरी हैं। राज्यपाल बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तत्वावधान में कोलकाता के राजारहाट न्यूटाउन स्थित स्टेट बैंक लीडरशिप इंस्टीट्यूट में आयोजित बल के विशेष वार्षिक अलंकरण समारोह-2025 को संबोधित कर रहे थे।
सराहनीय सेवा के लिए 21 जवानों को मिला सम्मान
अलंकरण समारोह में बीएसएफ के 21 कार्मिकों को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीएमएमएस) से अलंकृत किया गया, जिनमें 10 सेवारत एवं 11 सेवानिवृत्त कर्मी शामिल हैं। समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल ने बल के पूर्वी कमान के महानिरीक्षक (एचआर) राकेश रंजन लाल और दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आईजी) भूपेंद्र सिंह की मौजूदगी में इन जांबाज जवानों व अधिकारियों को पदक से सम्मानित किया।
पदक पाने वालों में पूर्वी कमान अंतर्गत बल के विभिन्न फ्रंटियरों, सेक्टर मुख्यालयों व बटालियनों के अधिकारी व जवान शामिल हैं। समारोह में पदक प्राप्त करने वाले जवानों और उनके स्वजनों के साथ बीएसएफ के सभी रैंक के अधिकारी, जवान, सेवानिवृत्त कर्मी और उनके परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।
यह पदक हर साल केंद्रीय बलों, पुलिस/सुरक्षा संगठन के उन कार्मिकों को प्रदान किया जाता है, जिन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अनुकरणीय कर्तव्यनिष्ठा, समर्पण और सतत उत्कृष्ट सेवा का परिचय दिया हो।
पदक प्रदान करने के बाद अपने संबोधन में राज्यपाल ने सभी बहादुर कार्मिकों को बधाई देते हुए उनके अथक परिश्रम और समर्पित सेवा की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज सम्मानित होने वाले सभी वीर जवान पूरे देश के लिए प्रेरणा हैं। आपका साहस, समर्पण और कर्तव्यपरायणता आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र सेवा की भावना से ओत-प्रोत करेगी।
राज्यपाल ने बीएसएफ के जवानों के प्रयासों की सराहना की
राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने सीमा प्रहरियों द्वारा सीमाओं की सुरक्षा में उनके महत्वपूर्ण योगदान, राष्ट्र-विरोधी तत्वों के नापाक इरादों को निरंतर विफल करने में उनकी उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा, 'बीएसएफ केवल एक सुरक्षा एजेंसी नहीं, बल्कि भारत की अखंडता की रक्षा करने वाली एक अद्वितीय शक्ति है। बीएसएफ के जवान हर चुनौती का सामना करते हुए राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा में सदैव तत्पर रहते हैं।'
उन्होंने बल की रणनीतिक क्षमताओं में वृद्धि, आधुनिक बुनियादी ढांचे, उन्नत हथियारों एवं प्रशिक्षण के मामले में उन्नति के लिए किए जा रहे सतत प्रयासों की भी सराहना की।
उन्होंने बल की रणनीतिक क्षमताओं में वृद्धि, आधुनिक बुनियादी ढांचे, उन्नत हथियारों एवं प्रशिक्षण के मामले में उन्नति के लिए किए जा रहे सतत प्रयासों की भी सराहना की।

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