राज्य ब्यूरो, कोलकाता: बंगाल में पंचायत चुनाव के मद्देनजर भाजपा भी अल्पसंख्यकों को लुभाने में जुट गई है। इसी क्रम में चुनाव से पहले यहां पार्टी के लिए लगातार प्रचार में जुटे भाजपा नेता सह दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने शुक्रवार को एक सवाल पर कहा कि भाजपा मुस्लिम विरोधी नहीं है। मिथुन ने शुक्रवार को त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए रवाना होने से पहले यहां कोलकाता एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए यह टिप्पणी कीं।

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क्या भाजपा की अल्पसंख्यक वोट लेने की नई रणनीति है? इस सवाल पर मिथुन ने कहा, आप फिर से ऐसा क्यों कह रहे हैं? भाजपा कब अल्पसंख्यक विरोधी थी? यह नैरेटिव गढ़ा गया कि भाजपा अल्पसंख्यक विरोधी है। उन्होंने कहा कि इस बात को बाजार में जानबूझकर फैलाया गया है, लेकिन वास्तव में भाजपा कभी भी मुस्लिम विरोधी नहीं रही है। मैं चाहता हूं कि मेरे मुस्लिम भाई-बहनों का भला हो। हम बंगाल के हिंदुस्तानी मुसलमानों के बारे में सोचते हैं। मैं चाहता हूं कि बंगाल में मेरे मुस्लिम भाई-बहन अच्छे से रहें।

तृणमूल ने साधा निशाना, बताया ढोंग

दूसरी ओर, मिथुन के बयान पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा अब चुनाव के समय अल्पसंख्यकों के दोस्त होने का ढोंग कर रही है। तृणमूल के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा- भाजपा हिंदू-मुस्लिम की दोस्त नहीं है। वह धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है। भाजपा को मुस्लिमों का हमदर्द बनने की जरूरत नहीं है। राज्य की जनता सब समझती है। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले एनआरसी और सीएए समाप्त करें। घोष ने इसके पहले सुवेंदु अधिकारी सहित अन्य भाजपा नेताओं के बयान का हवाला देते हुए कहा कि इससे साफ है कि भाजपा मुस्लिमों के बारे में क्या सोचती हैं। उन्होंने कहा, सुवेंदु ने मतदान के दौरान कहा था कि 30 प्रतिशत वोट की जरूरत नहीं पड़ेगी। 70 प्रतिशत वोट जरूरी होगा। अब वे अल्पसंख्यकों के दोस्त होने का ढोंग करना चाहती हैं।

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Edited By: Amit Singh