बंगाल सरकार व विश्वभारती में फिर विवाद, बिना अनुमति तोरण द्वार के निर्माण का आरोप
पश्चिम बंगाल सरकार और विश्वभारती प्रबंधन के बीच तोरण द्वार के निर्माण को लेकर विवाद हो गया है। राज्य सरकार का आरोप है कि विश्वभारती ने बिना अनुमति के तोरण द्वार का निर्माण शुरू कर दिया। लोक निर्माण विभाग ने विश्वभारती प्रबंधन से अनुमति संबंधित कागजात दिखाने को कहा लेकिन वे कागजात नहीं दिखा पाए जिसके बाद निर्माण कार्य रोक दिया गया।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल सरकार व विश्वभारती प्रबंधन में फिर विवाद छिड़ गया है। राज्य सरकार ने विश्वभारती पर उसकी अनुमति बिना तोरण द्वार के निर्माण का आरोप लगाया है।
सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग की ओर से विश्वभारती प्रबंधन को अनुमति संबंधित कागजात दिखाने को कहा गया था, जो वह कथित तौर पर नहीं दिखा पाया है। इसके बाद तोरण द्वार का निर्माण कार्य बंद करवा दिया गया है।
'अधिकारियों की की गई शिकायत'
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता राजकुमार बांठिया ने कहा, 'जिस जगह पर तोरण द्वार का निर्माण किया जा रहा है, वह हमारे विभाग की है। उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई है।'
विश्वभारती प्रबंधन की ओर से नहीं आई कोई प्रतिक्रिया
विश्वभारती प्रबंधन की ओर से अब तक इसपर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई है। इससे पहले विश्वभारती विश्वविद्यालय परिसर की एक सड़क के नियंत्रण को लेकर भी काफी विवाद हुआ था।
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