Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हल्दीबाड़ी चाय बागान के निदेशक के बंगले में जंगली हाथियों का हमला

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 19 Aug 2022 06:34 PM (IST)

    - 25-30 हाथियों के दल ने बागान के बंगले में घुसकर मचाया तांडव संवादसूत्र बानरहाट सुबह

    Hero Image
    हल्दीबाड़ी चाय बागान के निदेशक के बंगले में जंगली हाथियों का हमला

    - 25-30 हाथियों के दल ने बागान के बंगले में घुसकर मचाया तांडव

    संवादसूत्र, बानरहाट : सुबह के समय जंगल में हाथियों को खदड़ने के बाद गुरूवार रात को हाथियों के झूंड ने हल्दीबाड़ी चाय बागान के निर्देशक के बंगले में प्रवेश कर जमकर तांडव मचाया। माना जा रहा है कि पिछले 30 सालों में ऐसा पहली वार हुआ है, तब हाथियों के दल ने आंगन व बालकनी में चढ़कर तांडव मचाया। वही हाथियों के झुंड को देख बंगले के दो चौकीदारों ने शौचालय में घुसकर जान बचाई। वही तांडव मचाने के बाद हाथियों ने श्रमिकों के बच्चों के विश्राम करने के जगहों को भी नष्ट कर दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सूत्रों के अनुसार बनारहाट ब्लॉक के हल्दीबाड़ी चाय बागान के निदेशक के बंगले पर गुरुवार रात शावकों के साथ 25 से 30 हाथियों का झुंड प्रवेश किया। जहां पर बंगले में तोड़फोड़ की और कई कीमती फर्नीचर, महंगी बैठने की कुर्सिया, टेबल, किचन, एसी, सामने फूलों का बगीचा नष्ट कर दिया। इस घटना के बाद से चाय बागान क्षेत्र में दहशत फैला हुआ है।

    इस बारे में हल्दीबाड़ी चाय बागान के डिप्टी मैनेजर कोनार्क लाल राय ने बताया कि पिछले दिन सुबह ये 25-30 हाथियों का दल चाय बागान में घूम रहे थे। तभी वन विभाग के कर्मी वहां आकर इन हाथियों को जंगल में वापस भेज दिया। फिर रात में उसी हाथियों के दल ने बंगलों में प्रवेश कर यह तांडव मचाया।

    निदेशक के बंगले के चौकीदारों ने बताया कि रात करीब 1 बजे उन्होंने अचानक शोर सुना और देखा कि पूरा बंगलो हाथियों के कब्जे में है। लेकिन समझ में नहीं आ रहा था कि कहां भाग कर जाएं। अंत में हम दोनों बाथरूम में घुसकर अपनी जान बचाई। इसी बीच हमलोगों ने चाय बागान के मैनेजर को फोन कर सूचना दी।

    चाय बागान के महाप्रबंधक प्रदीप कुमार घोष ने कहा कि हाथी के हमले को लेकर रेंज कार्यालय से लेकर डीएफओ कार्यालय तक कई बार सूचना दी जा चुकी है, लेकिन कुछ नहीं हुआ। हाथी यहां आकर तबाही मचाकर चले जाते है।

    वही बिन्नागुरी वन्यजीव दस्ते के रेंजर शुभाषिस रॉय ने कहा कि यदि कोई हाथी किसी क्षेत्र में प्रवेश करता है, तो सूचना मिलते ही वन विभाग उस क्षेत्र से हाथी को भगाने की व्यवस्था करते है। लेकिन बीती रात हाथी काफी देर तक भागा, लेकिन चाय बागान के प्रबंधक ने रेंज ऑफिस के नंबर पर फोन नहीं किया। अगर हाथी के आने की खबर हम तक नहीं पहुंचती है, तो हमारे पास इसे समझने का कोई तरीका नहीं है।

    कैप्शन : हल्दीबाड़ी चाय बागान के निदेशक के बंगले के सामने बिखड़ा पड़ा फर्नीचर