West Bengal: धूपगुड़ी में तीन मुस्लिम युवकों ने मां दुर्गा की प्रतिमा और पूजा पंडाल को गिरने से बचाया
तेज हवा व बारिश कारण यहां वार्ड नंबर 12 में महिलाओं द्वारा संचालित दुर्गा पूजा समिति का पूजा का पंडाल लहराने लगा। बारिश और हवा के कारण मां दुर्गा की मूर्ति भी ढ़हजने लगी थी। महिलाओं की चीख सुनकर तीन मुस्लिम युवक दौड़कर आए।
धूपगुड़ी (जलपाईगुड़ी), संवाद सूत्र। आज दुर्गा अष्टमी को धूपगुड़ी में मौसम ने अचानक करवट बदला। तेज हवा और बिजली की गरज-चमक के साथ अचानक बारिश शुरु हो गई। तेज हवा व बारिश कारण यहां वार्ड नंबर 12 में महिलाओं द्वारा संचालित दुर्गा पूजा समिति का पूजा का पंडाल लहराने लगा। बारिश और हवा के कारण मां दुर्गा की मूर्ति भी ढ़हजने लगी थी। पलक झपकते ही पूजा मंडप का एक किनारा झुक गया। दुर्गा पूजा समिति की महिला सदस्य अभी कुछ समझ पातीं तभी अचानक पंडाल का एक पैंडल टूट गया। महिलाएं उस दृश्य को देखकर चीख उठीं। इतने में पास की दुकान से मुस्लिम समुदाय के तीन युवक दौड़ते हुए आए। आमिर हुसैन, मोहम्मद जसीरुद्दीन, मोंटू हुसैन पूजा मंडप के पास ही मांस बेचते हैं। उन्होंने पंडाल की हालत देखी तो दौड़कर पूजा मंडप के खंभे को पकड़ लिया और पंडाल में मौजूद महिलाओं के साथ हवा में झूलते हुए मां दुर्गा मूर्ति को भी संभाला। महिलाएं मूर्ति को थामकर बैठ गईं। उधर, तीनों युवक पूजा मंडप के डंडे से चिपके पंडाल को थाम कर खड़े हो गए।
कारीगर के आने तक जमे रहे मुस्लिम युवक
मूसलाधार बारिश में भीगे पंडाल को बचाने के लिए किसी ने पोल को रस्सी से बांधने का प्रयास किया। बारिश जब एक घंटे के बाद थोड़ी कम हुई तो पंडाल बनानेवाले कारीगरों को बुलाया गया। पंडाल कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद कारीगर पंडाल के मरम्मत में लग गए। जब तक कारीगर नहीं पहुंचे तब तक तीनों युवक पंडाल को थामें रहे। यह बेहद मार्मिक दृश्य था। हर कोई उन तीनों मुस्लिम युवकों की तारीफ कर रहा था। पूजा संचालन समिति की महिलाएं बार-बार युवकों का धन्यवाद कर रही थींं।
इन्हीें युवकों ने बचाया पूजा पंडाल। जागरण फोटो।
घटना ने पेश की अनेकता में एकता की मिसाल
पूरा बंगाल दुर्गा पूजााका फेस्टिवल मना रहा है। ऐसे में यह घटना ' हर धर्म समभाव' को चरितार्थ करती है। युवकों ने हिंदू-मुस्लिम सद्भाव की अनोखी मिसाल पेश की है। धूपगुड़ी नगर पालिका के वार्ड नंबर 12 के मास्टर क्वार्टर पारा की महिला संचालित सर्वजन दुर्गा उत्सव कमेटी के पूजा पंडाल को मुस्लिम युवकों ने बचा लिया, यह बताते हुए पूजा समिति की शंपा गुप्ता रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि कई बार धार्मिक हिंसा, जातिगत नफरत और सांप्रदायिक दंगे इधर-उधर देखने को मिलते हैं। लेकिन इस दिन यहां होने वाली घटना ने बता दिया कि देश में आज भी अनेकता में एकता है। लोगों ने भी कहा यही सेक्यूलर भारत है, जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्म के लोग मिलजुलकर रहते हैं।